दरौंदा. पशुओं को घातक जीवाणु जनित रोगों- गलघोटू, लंगड़ी बुखार, मुंहपका-खुरपका समेत कई बीमारियों से बचाने के लिए पशु टीकाकरण अभियान की शुरुआत 12 दिसंबर से हो गयी, जो 31 दिसंबर तक चलेगा. पशु चिकित्सक डॉ नवनीत कुमार पांडेय ने बताया कि अभियान के तहत लगभग 21 हजार पशुओं को टीका लगाया जाना है. इसमें लगभग 18 हजार पशुओं को टीका लगाया जा चुका है. उन्होंने कहा कि हजारों मवेशियों को नि:शुल्क टीकाकरण किया जा रहा है, जिससे उन्हें इन जानलेवा बीमारियों से सुरक्षित रखा जा सके. अभियान को सफल बनाने के लिए 15 टीका कर्मियों की टीम तैयार की गयी है, जो 20 दिनों तक गांव-गांव जाकर मवेशियों का टीकाकरण करेगी. डॉ नवनीत पांडे के अनुसार, इस अभियान में पूरे 17 पंचायतों को शामिल किया गया है. उन्होंने बताया कि पशुओं में फैलने वाले गलाघोटू, लंगड़ा बुखार, मुंहपका-खुरपका, मिल्की फीवर, थनैला और अन्य संक्रामक रोगों से बचाव के लिए यह अभियान अत्यंत महत्वपूर्ण है. टीका कर्मियों को इसके लिए विशेष प्रशिक्षण भी दिया गया है, ताकि वे न केवल टीकाकरण कर सकें, बल्कि पशुपालकों को रोग के लक्षण, बचाव और पशुओं की उचित देखभाल के बारे में भी जानकारी दे सकें. उन्होंने पशुपालकों से अपील की कि अपने पशुओं का समय पर टीकाकरण जरूर करवाएं.
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