— सीडीओ ने पत्र जारी कर लागू निषेधाज्ञा वापस लिया
— भिट्ठामोड़ मलिबारा स्थित नेपाल भंसार कार्यालय भी खुला, बसों का परिचालन अब भी ठप
सुरसंड/महोत्तरी/धनुषा
(नेपाल)
. नेपाल के महोत्तरी के प्रमुख जिलाधिकारी(सीडीओ) नारायण प्रसाद रिसाल ने पत्र जारी कर शनिवार को 11 बजे के बाद से पूर्व से लागू किए गए निषेधाज्ञा को वापस ले लिया है. निषेधाज्ञा हटते ही जलेश्वर बाजार गुलजार हो गया. व्यवसायियों ने अपनी-अपनी दुकानें खुली रखी. सड़क के किनारे सब्जी मंडी भी सज गयी. स्थानीय समेत सुदूर इलाके के लोग जलेश्वर बाजार पहुंचकर खरीदारी की. वहीं, 12 बजे दिन से भिट्ठामोड़ मलिबारा स्थित नेपाल भंसार कार्यालय भी खोल दिया गया है. भिट्ठामोड़ में विगत एक सप्ताह से खड़ी मालवाहक ट्रक समेत अन्य गाड़िया नेपाल राजमार्ग पर दौड़ने लगी. हालांकि बसों का परिचालन अभी ठप है. बाइक सवार नेपाली नागरिक भिट्ठामोड़ चौक व सुरसंड बाजार पहुंचकर घरेलूपयोगी सामान की खरीदारी की.— जनकपुरधाम में स्थिति पूरी तरह सामान्य
धनुषा जिला मुख्यालय जनकपुरधाम की स्थिति पूरी तरह से सामान्य हो गयी है. जनकपुर समेत आसपास के बाजारों की दुकानें खुल रही है. बाजार में लोगों की चहलकदमी बढ़ गयी है. नेपाल में शनिवार को सरकारी साप्ताहिक छुट्टी रहने के चलते सरकारी कार्यालय, राष्ट्रीय व प्राइवेट बैंक, स्कूल-कॉलेज बंद रहे. बसों का परिचालन भी ठप रहा. रविवार से सभी सरकारी कार्यालय, बैंक व शिक्षण संस्थानों के खुलने का कयास लगाया जा रहा है.— जलेश्वर जेल से भागे कैदियों के लौटने का सिलसिला जारी
जेन-जी आंदोलन के दौरान बीते मंगलवार को महोत्तरी जिला मुख्यालय स्थित जलेश्वर जेल से प्रदर्शनकारियों द्वारा भगाए गए 550 कैदियों में से अब तक 111 कैदी स्वेच्छा से आत्मसमर्पण करते हुए जेल में वापस आ गया है. जेल प्रमुख रविनचंद्र ठाकुर ने पुष्टि करते हुए बताया कि शुक्रवार को भी 34 कैदी जेल में वापस लौट आया है. पर, 439 कैदी अब भी फरार है, जिनके वापस लौटने की प्रतीक्षा की जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

