सुरसंड. भारत-पाकिस्तान की तनातनी के बीच इंडो-नेपाल बॉर्डर भिट्ठामोड़ में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड में हैं. भिट्ठामोड़ एसएसबी कैंप कमांडर सुमित कुमार व भिट्ठा थानाध्यक्ष रविकांत कुमार के संयुक्त नेतृत्व में पुलिस जवान व महिला कांस्टेबल द्वारा बॉर्डर पर भारत से नेपाल व नेपाल से भारत आने-जाने वाले वाहनों व यात्रियों की दिन-रात सख्ती से जांच की जा रही है.
दो वर्षों के भीतर भिट्ठामोड़ बॉर्डर से नौ विदेशी नागरिक के पकड़े जाने व भारत-पाक के बीच उत्पन्न तनाव के चलते बगैर आइडी प्रूफ के आवाजाही की अनुमति नहीं दी जा रही है. यहां तक कि नेपाल के सीमावर्ती गांवों से प्रतिदिन दैनिक उपयोग की सामग्री की खरीददारी करने भिट्ठामोड़ आनेवाले लोगों को भी बगैर आइडी प्रूफ के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गयी है. सुरक्षा एजेंसियों का पहरा इतना सख्त है कि नेपाल के जनकपुरधाम आने-जाने वाले पर्यटकों व भारत-नेपाल मैत्री के तहत नेपाल के जनकपुरधाम से प्रतिदिन पटना जानेवाली बस के यात्रियों की भी बारीकी से जांच की जा रही है.जवानों व महिला कांस्टेबल द्वारा पर्यटकों व यात्रियों को बस से उतारकर उनके आइडी प्रूफ की जांच की जा रही है. वहीं, यात्रियों के सामान से भरे ट्रॉली बैग हो या कैरी बैग, सभी की जांच भिट्ठामोड़ में एसएसबी द्वारा कंप्यूटर व स्केनर से की जा रही है.
सीसीटीवी से भी की जा रही घुसपैठियों की निगहबानी
सुरक्षा के मद्देनजर एसएसबी द्वारा बॉर्डर पर लगाये गये सीसीटीवी कैमरा से भी विदेशी घुसपैठियों व संदिग्धों की निगहबानी की जा रही है. दोपहिया व चार पहिया वाहनों समेत मालवाहक ट्रकों की जांच के बाद निबंधन संख्या, ड्राइविंग लाइसेंस व ऑनर बुक समेत सभी कागजातों का रजिस्टर में विधिवत इंट्री कराने के बाद ही आवाजाही की अनुमति दी जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है