सीतामढ़ी कोर्ट. शहर के नोनिया टोला वार्ड नंबर 3 मोहल्ला निवासी राजा कुमार की हत्या के मामले में हाई कोर्ट व सुप्रीम कोर्ट से जमानत याचिका खारिज होने के बाद रीगा रोड निवासी नरेंद्र सिंह उर्फ नागेंद्र सिंह के पुत्र निशांत सिंह उर्फ निशित सिंह ने बुधवार को व्यवहार न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया. आत्मसमर्पण के बाद निशित सिंह को 14 दिन के न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. उंचे रसूख वाले निशित सिंह के आत्मसमर्पण के बाद शहर में चर्चाओं का बाजार गर्म है.
जानकी स्थान रिंग रोड निवासी रामलखन मंडल की 60 वर्षीय पत्नी सूरज देवी ने नगर थाना में प्राथमिकी कांड संख्या 323/23 दर्ज कराकर राजा कुमार की हत्या का आरोप निशित सिंह समेत अन्य आरोपितों पर लगाया था. सूरज देवी ने पुलिस को बतायी थी कि दिनांक 19 अप्रैल 23 को सुबह 6 बजे मैं अपने पोती को लेकर अपने झोपड़ी के पीछे गर्मी के कारण पेड़ के नीचे बैठी थी. इसी दौरान अचानक कुछ लोग मेरे झोपड़ी को घेर लिया. उसमें अश्वनी चौबे (निशित सिंह का गार्ड), निशित सिंह का चालक मनोज कुमार, टेंपो इंचार्ज हरेंद्र साह, रीगा रोड निवासी अरूण साह समेत तीन-चार अज्ञात लोग मेरे घर के अंदर प्रवेश करने लगे. मेरे रोकने पर गाली-गलौज कर धकेल दिया. हल्ला की आवाज पर मेरा बेटा मिंटु का दोस्त राजा बाहर निकला तो उसके पकड़ कर गाली देते हुए बोला कि मालिक निशित सिंह बुलाये है. यह कहकर राजा कुमार को गाली-गलौज करते हुए अपने साथ ले गये. उनलोगों के जाने के बाद पता चला कि राजा कुमार की किसी टेंपो वाले से लड़ाई-झगड़ा हुआ था, इस कारण ले गये है. कुछ देर के बाद खबर मिली कि राजा कुमार को निशित सिंह के दरवाजा पर जख्मी हालत में पड़ा हुआ है. तब मैं और मेरा मिंटु, निशित सिंह के दरवाजा पर जाकर राजा को टेंपो से लेकर सदर अस्पताल पहुंचे. जहां राजा कुमार को मृत घोषित कर दिया गया. सूरज देवी ने पुलिस को बताया कि निशित सिंह, गार्ड अश्वनी चौबे, चालक मनोज कुमार, हरेंद्र साह व अरूण साह ने राजा कुमार की बेरहमी से पीट-पीट कर हत्या कर दी.
बॉक्स में–तीनों कोर्ट से जमानत याचिका खारिज
फरार चल रहे थे निशित सिंह
प्राथमिकी दर्ज होने के बाद निशित सिंह समेत सभी आरोपितों पर पर्यवेक्षण रिपोर्ट में कांड को सत्य करार दिया गया था. कोर्ट से वारंट मिलने के बाद पुलिस निशित सिंह को गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही थी. गिरफ्तारी नही होने पर निशित सिंह पर इश्तेहार की कार्रवाई की गई. पूरे मामले में एक आरोपित अश्वनी चौबे अब भी फरार चल रहे है. वह यूपी के गाजीपुर के निवासी हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

