सीतामढ़ी. नगर के चकमहिला स्थित चक्र ऋषि आश्रम में बुधवार को अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला समिति की अध्यक्ष सविता हिसारिया एवं सचिव इंदिरा हिसारिया के नेतृत्व में अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर विशाल भंडारे का आयोजन किया गया. महंत राम कुमार दास जी ने बताया कि इसी तिथि को सतयुग एवं त्रेता युग का प्रारंभ हुआ था. भगवान परशुराम नर नारायण एवं हयग्रिव व ब्रह्मा जी के पुत्र अक्षय कुमार का अवतरण इसी तिथि को हुआ था. बद्रीनारायण का पट अक्षय तृतीया को ही खुला था. वृंदावन के बांके बिहारी के चरण दर्शन अक्षय तृतीया को ही होते हैं. विहिप के पदाधिकारी संत भूषण दास ने बताया कि अक्षय तृतीया को अनंत अक्षय अक्षणुन और फलदायक कहा जाता है. इस दिन जिनका परिणय संस्कार होता है, उनका सौभाग्य अखंड रहता है.
पांच प्रकल्पों के जरिये की जाती है समाजसेवा
प्रदेश अध्यक्ष सुमन सर्राफ ने बताया कि मारवाड़ी महिला समिति अंतर्गत पांच प्रकल्प चलाये जाते हैं, जिसमें बाल विकास, नि:शुल्क शिक्षा, बच्चों के सामान, वस्त्र, खेलकूद की सामग्री व पाठन-पठन की सामग्री प्रदान करते हैं. महिला सशक्तिकरण के अंतर्गत व कन्या विवाह सहयोग, कन्या जन्मोत्सव, महिलाओं को रोजगार की समस्या का निदान करना, पर्यावरण का विकास, पौधे लगाना, प्लास्टिक रहित घर और दुकान को लेकर जागृत करना, गौ सेवा करना और कराना, संस्कार-संस्कृति के तहत नेत्रदान, रक्तदान, अंगदान व देहदान को लेकर जागरूकता इत्यादि कार्यक्रम चलाये जाते हैं. कार्यक्रम में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष पुष्पा लोहिया, ज्योति हिसारिया, उषा हिसारिया, बुलबुल हिसारिया, अलका अग्रवाल, एकता हिसारिया, आशा खेमका, गायत्री अग्रवाल, राखी अग्रवाल, शालू जलान, प्रिया हिसारिया, पूनम हिसारिया व श्वेता शर्राफ समेत अन्य शामिल थे. अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला मंडल समिति के पदाधिकारियों व सदस्यों ने सभी संत-महंतों एवं भक्तों को दिव्य भोजन एवं भेंट-विदायी देकर आशीर्वाद लिया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है