सीतामढ़ी/रून्नीसैदपुर/बोखड़ा. काल के घेरे ने पल भर में ही एक परिवार की खुशियां छीन ली. जिले के बोखड़ा थाना क्षेत्र के हरिनगर गांव के वार्ड नंबर दो निवासी राजू कुमार को आखिर क्या पता था कि जिस मां के आंख का इलाज कराने वह पटना निकला था, रास्ते में मौत के मुंह में समा जायेगा. सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर हाइवे नंबर 22 स्थित महिंदवारा थाना क्षेत्र के कोरलहिया बगही मठ के पास सड़क हादसे में मृत मां, बेटा व बच्ची का शव जैसे ही घर पहुंंचा, परिजन चीत्कार करने लगे. एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत से पूरे गांव में मातम पसरा है. मृतकों के परिजन की चीत्कार से पड़ोसी भी अपने आंसू रोक नहीं पा रहे हैं. इस हादसे में उमेश मंडल ने पत्नी, कमाऊ बेटा और नन्ही पोती को खो दिया है.
उमेश मंडल का पुत्र 25 वर्षीय राजू मंडल पटना में रहकर निजी डॉक्टर की गाड़ी चलाता था. राजू शनिवार की शाम मां पार्वती देवी के आंख का इलाज कराने के लिए स्कॉर्पियो से पटना के लिए निकला था. दादी के साथ चार वर्षीया प्रियता भी साथ जा रही थी. तीनों डुमरा थाना क्षेत्र के आजमगढ़ पहुंचे. राजू को मां से मौसी को मिलाना था. बताया जा रहा है कि वहां से रात्रि भोजन के बाद सभी पटना के लिए निकल गये. इसी क्रम में कोरलहिया बगही मठ के पास गिट्टी लदे ट्रक की स्कॉर्पियो की जोरदार टक्कर हो गयी. इस हादसे में राजू व उसकी मां की मौके पर ही मौत हो गयी. जबकि राजू की भतीजी प्रियता कुमारी पिता राजेश मंडल बुरी तरह जख्मी हो गयी, जिसे इलाज के लिए मुजफ्फरपुर ले जाया गया, जहां निजी अस्पताल में उसकी भी मृत्यु हो गयी. मृतक राजू के चाचा रमण मंडल ने बताया कि महिंदवारा थाना से तीनों के मौत की सूचना मिली.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है