सीतामढ़ी. पुलिस की स्पेशल टीम(एसआइटी) ने बीते दिन नानपुर थाना क्षेत्र के चटगौड़ा गांव में एक नाबालिग लड़की की गैंगरेप के बाद निर्मम हत्या मामले का खुलासा कर दिया. पुलिस टीम ने तकनीकी अनुसंधान के क्रम में 24 घंटे के भीतर इस कांड में संलिप्त पांच युवकों को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार युवकों की पहचान चटगौड़ा गांव निवासी देवेंद्र राय के पुत्र सत्यम कुमार, संतोषी राय के पुत्र रणवीर कुमार, जयनंदन प्रसाद यादव के पुत्र हर्षवर्धन कुमार, नागेश्वर राय के पुत्र अजीत कुमार एवं रौशन यादव के पुत्र रवि कुमार के रुप में की गयी है. एसपी अमित रंजन ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि एक जून 2025 को 12 बजे अपराह्न नानपुर थाना में सूचना प्राप्त हुई कि 31 मई की संध्या करीब 6.30 बजे से एक लड़की गायब है. इस संबंध में त्वरित कार्रवाई करते हुए नानपुर थाना कांड संख्या 236/25 दर्ज करते हुए गायब लड़की की खोजबीन शुरू की गयी. खोजबीन के दौरान चटगौड़ा गांव से उसका शव बरामद किया गया. शव की अवस्था को देखते हुए यह मामला प्रथमदृष्टया दुष्कर्म एवं हत्या का पाया गया. वैज्ञानिक साक्ष्य संकलन हेतु एफएसएल टीम के द्वारा क्राइम सीन एवं सभी साक्ष्यों का संकलन किया गया तथा शव को पोस्टमार्टम हेतु भेजा गया. कांड में संलिप्त अभियुक्तों की गिरफ्तारी एवं कांड के उद्भेदन हेतु पुपरी एसडीपीओ अतनु दत्ता के नेतृत्व में एसआइटी टीम का गठन कर अग्रिम अनुसंधान प्रारंभ की गयी. गठित टीम द्वारा 24 घंटे के अंदर सभी पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया. सभी अभियुक्तों के विरुद्ध विधिवत साक्ष्य संकलन कर कम से कम समय में सजा दिलवाने हेतु न्यायालय में आरोप पत्र समर्पित किया जायेगा तथा त्वरित विचारण में सुनवायी करवाई जायेगी. एसआइटी टीम में नानपुर थानाध्यक्ष अशोक कुमार, पुअनि लक्ष्मीकांत पासवान, डीआइयू प्रभारी मोसीर अली व सशस्त्र बल भी शामिल रहे.
— खींचकर पेड़ से उतारा, फिर रेप के बाद गला दबाकर मौत के घाट उतारा
पूछताछ में पांचों गिरफ्तार युवकों ने अपना अपराध कबूल किया है. बताया गया है कि लड़की सब्जी लाने बाजार निकली थी. फिर आम के बगीचा में पेड़ पर चढ़कर आम तोड़ने लगी. इसी बीच सत्यम समेत अन्य पांचों युवक वहां आ धमका और लड़की को पेड़ से खींचकर नीचे उतार दिया. पिटाई करने के बाद पांचों बारी-बारी से उससे दुष्कर्म किया. साक्ष्य छिपाने के उद्देश्य से गला दबाकर उसकी हत्या करने के बाद पहले पपीता के पेड़ पर टांगने का प्रयास किया, जब प्रयास सफल नहीं हुआ तो फिर अर्धनिर्मित मकान में फेंक कर भाग निकला.
घटना को अंजाम देने के बाद सभी युवक अपने साथियों से मोबाइल पर वाट्एएप के माध्यम से चैट कर रहे थे. इनके पास से बरामद मोबाइल की जांच में इसका खुलासा हुआ.
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