सीतामढ़ी. अक्षय तृतीया के अवसर पर बाल विवाह की संभावना को देखते हुए जिले में एक भी बाल विवाह ना हो इस उद्देश्य के तहत पुलिस की विशेष किशोर पुलिस इकाई, जिलास्तरीय मानव तस्करी निरोध इकाई एवं एसोसिएशन फॉर वॉलंटरी एक्शन (बचपन बचाओ आंदोलन) के द्वारा संयुक्त रूप से अनूठी पहल की गयी. डीएसपी (मुख्यालय) सह नोडल पदाधिकारी मो नजीब अनवर के निर्देशन में संयुक्त टीम द्वारा बाल विवाह जैसी कुरीतियों के खिलाफ चलाए गए इस अभियान की सफलता हेतु पुनौरा धाम मंदिर में लोगों को जागरूक किया गया. इसका नेतृत्व जिला स्तरीय मानव तस्करी निरोध इकाई के शाखा प्रभारी सह पुलिस निरीक्षक सुशील कुमार सिंह के नेतृत्व में किया गया. वहीं, एसोसिएशन फॉर वॉलंटरी एक्शन (बचपन बचाओ आंदोलन) के प्रतिनिधि मुकुंद कुमार चौधरी के द्वारा बाल विवाह मुक्त सीतामढ़ी की परिकल्पना को साकार करने के लिए सामूहिक रूप से संकल्पित भी लोगों को करवाया गया. वहीं, जिला भर में संभावित हॉटस्पॉट पर कड़ी नजर रखी गयी. डीएसपी ने बताया कि बाल विवाह बच्चों के स्वास्थ्य, शिक्षा, सुरक्षा, विकास एवं आने वाले पीढ़ियों पर बुरा प्रभाव डालता है. बाल विवाह एक सामाजिक बुराई और कानून का उल्लंघन है, जो बालिकाओं को शिक्षा, सुरक्षा, स्वास्थ्य और विकास में बाधा है. उनके सपनों को साकार होने से रोकता है.
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