सीतामढ़ी : टिकट काउंटर पर बैठे बुकिंग क्लर्क हरिकिशोर कुमार ने बताया कि जब से सरकार द्वारा बड़े नोटों पर रोक लगाया गया है, खास कर तब से टिकट कटाने वाले यात्रियों के भीड़ में भारी इजाफा हो गया है, पर दु:दखद है है कि सभी लोग हजार-पांच सौ का नोट लेकर हीं टिकट कटाने आते हैं. आखिर खुल्ला पैसा रहने पर हीं न उनको बाकी का पैसा लौटाया जायेगा. यह स्थिति चार दिनों से बनी हुई है. यहां जो भी यात्री टिकट कटाने आते हैं, नियम कानून की बात करते हैं.
कहते हैं कि सरकार का फरमान है कि रेलवे काउंटर पर बड़े नोट लेकर भी टिकट दिया जायेगा, पर जरा अंदाजा लगायें कि 20 रुपये का टिकट लेने वाले यात्री भी हजार का नोट देते हैं और ऐसे लोगों की संख्या दर्जनों में नहीं सैकड़ों में है. यानी उनका कहना था कि लोग खुल्ला कराने के उम्मीद से भी टिकट कटाने में लगे हुये हैं. ऐसे स्थिति में अक्सर ग्राहकों से तू-तू-मैं-मैं हो जा रहा है. कहा, हमलोग भी आदमी हीं है. उन पर भी रहम करने की जरूरत है. हालांकि यह स्थिति स्टेशन पर मौजूद खोमजा वाले व केटरिंग समेत अन्य व्यवसायियों के साथ भी बनी हुइ है. खुदरा के अभाव में सभी परेशान हैं.