सीतामढ़ी : नगर से सटे बसवरिया चौक, लक्ष्मीनगर स्थित भागेश्वरी बैद्यनाथ सरस्वती विद्या मंदिर विद्यालय में शनिवार को वैज्ञानिक सोच का विकास विषयक एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया.
भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय व विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान, कुरूक्षेत्र के तत्वावधान में आयोजित कार्यशाला में स्थानीय सरस्वती विद्यामंदिर-रिंग बांध, सरस्वती शिशु मंदिर-कोट बाजार, मेला रोड, प्रताप नगर, लक्ष्मी किशोरी उच्च विद्यालय, आदर्श ज्ञान निकेतन, टैलेंट एकेडमी आदि विद्यालय के भैया-बहनों ने भाग लिया. कार्यक्रम का उद्घाटन स्थानीय विधायक सुनील कुमार पिंटू ने दीप प्रज्वलित कर किया.
सरस्वती वंदना के साथ कार्यक्रम प्रारंभ किया गया. कार्यक्रम के संयोजक शंभु शरण तिवारी ने कार्यक्रम के उद्देश्यों की एक झलक प्रस्तुत किया. उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का मूल उद्देश्य बच्चों में विज्ञान के आधारभूत सिद्धांतों का ज्ञात कराने के साथ ही विज्ञान की उपयोगिता, प्राकृतिक आपदा का संरक्षण एवं गैर परंपरागत स्त्रोतों से अवगत कराना, वैज्ञानिक रूचि पैदा करना व विज्ञान के क्षेत्र में आगे बढ़ाना है.
विभाग निरीक्षक मिथिलेश कुमार सिंह ने कहा कि हमारे रीति-रिवाजों एवं अनुष्ठानों के पीछे वैज्ञानिक सिद्धांत है. मंदिर में घंटी बजाना, हाथ जोड़ कर प्रणाम करना व उत्तर की दिशा में सिर रख कर नहीं सोना, इन सबके पीछे वैज्ञानिक सिद्धांत है.
मंच संचालन विनीता सिंह ने की. मौके पर प्रधानाचार्य नागेंद्र कुमार तिवारी, विभाग संयोजक उपेंद्र शुक्ल, अरविंद कुमार, विभाग प्रचारक लक्ष्मी कांत सिंह, उपाध्यक्ष मुकेश कुमार बैठा, अनिल कुमार, रमण श्रीवास्तव, रामायण राय व श्रवण झा समेत अन्य मौजूद थे.
भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के तत्वावधान में आयोजित कार्यशाला में बोले वक्तागण
घंटी बजाना, हाथ जोड़ कर प्रणाम करना व उत्तर की दिशा में सिर रख कर न सोना, इन सबके पीछे है वैज्ञानिक सिद्धांतश्