पुपरी : नगर के राजबाग मुहल्ला के मनोज कुमार चौधरी के घर से शनिवार की रात करीब साढ़े तीन बजे डकैतों ने लाखों की संपत्ति लूट ली. डकैतों ने गृहस्वामी चौधरी को कुल्हाड़ी से मार कर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया.
चौधरी की पुत्री साक्षी ने कुछ डकैतों को पहचान ली. उसने डकैतों से कहा कि वह उसे पहचानती है, पापा को छोड़ दीजिए. तब डकैतों में से एक ने साक्षी को चुप रहने अन्यथा काट देने की धमकी दी. साक्षी की माने तो वह दो-तीन डकैतों को पहचान गयी.
यहां बता दें कि चौधरी नानपुर प्रखंड के मध्य विद्यालय, महम्मदपुर में शिक्षक हैं. तलवार से भी लैस थे डकैत गृहस्वामी चौधरी की 14 वर्षीया पुत्री साक्षी कुमारी ने बताया कि डकैतों की संख्या करीब दर्जन भर थी.
सभी गंजी-जांघिया पहने थे. चाकू, दबिया, कुल्हाड़ी, बांस का फट्ठा व तलवार से लैस थे. घर के पीछे से सीढ़ी लगा कर डकैत छत पर पहुंचे और वहां से आंगन में आये. डकैतों ने सबसे पहले गृहस्वामी श्री चौधरी पर कुल्हाड़ी से प्रहार कर दिया. उनका बड़ा पुत्र कुंदन उर्फ सन्नी चौधरी एक कमरे में सोया हुआ था.
किवाड़ तोड़ कर डकैतों द्वारा कुंदन के साथ मारपीट की गयी. गोदरेज से सामान लूटा गोदरेज को तोड़ कर डकैतों ने सोना व चांदी के जेवर, कपड़ा व नगद लूट ली. साथ हीं एक सूटकेस व एक बक्सा लेकर चले गये.
तीन मोबाइल व अन्य सामन भी लूट लिया गया. साक्षी ने बताया कि लूटपाट में पांच-छह डकैत शामिल थे तो पैसेज व सीढ़ी पर दो-दो एवं घर के बगल में छात्रावास खेल मैदान में तीन-चार डकैत थे.
कृष्णा के चिल्लाने पर ग्रामीण जुटे साक्षी ने बताया कि डकैतों के प्रहार से पापा चिल्लाने लगे. आवाज सुन उसकी व भाई किशन उर्फ कृष्णा की नींद खुली. डर से दोनों भाई- बहन कमरे में हीं बंद रहे.
बाद में साक्षी हिम्मत की और डकैतों को पहचान लिये जाने की बात कह पापा को छोड़ देने की बात कही. एक डकैत ने उसे काट देने तक की धमकी दे दी. इसी बीच, बहन की हिम्मत देख कृष्णा का डर व भय दूर हो गया. वह कमरे से निकल छत पर जा कर डकैत-डकैत हल्ला करने लगा.
बाद में वह छत से नीचे कूद गया. हल्ला सून लोग जुटने लगे, तब तक डकैत फरार हो चुके थे. थानाध्यक्ष विवेक जायसवाल ने बताया कि शंका के आधार पर कुछ लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है.