लोक अदालत को संबोधित करते डीजे .
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संवाद के माध्यम से होता है मामलों का निबटारा : डीजे
लोक अदालत को संबोधित करते डीजे . शेखपुरा : जिला जज आलोक कुमार पांडेय ने कहा कि लोक अदालत में मामले दोनों पक्षों के संवाद के माध्यम से मामलों का निबटारा किया जाता है, जिससे दोनों पक्षों के बीच संबंध में मधुरता आने के साथ-साथ उत्पन्न विवाद भी सदा के लिए समाप्त हो जाता है. […]
शेखपुरा : जिला जज आलोक कुमार पांडेय ने कहा कि लोक अदालत में मामले दोनों पक्षों के संवाद के माध्यम से मामलों का निबटारा किया जाता है, जिससे दोनों पक्षों के बीच संबंध में मधुरता आने के साथ-साथ उत्पन्न विवाद भी सदा के लिए समाप्त हो जाता है. सामान्य तौर पर न्यायालय में तर्क के आधार पर मामलों की सुनवाई की जाती है.
लोक अदालत में मामले सरल और सुगम तरीके से निबटाये जाते हैं. इसमें खर्च भी नहीं आता है. जिला जज ने यह उद्गार शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत के उद्घाटन के अवसर पर व्यक्त किया. इस अवसर पर जिला न्यायालय में कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश अजय कुमार श्रीवास्तव, जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव सह एउीजे ज्ञानेंद्र कुमार श्रीवास्तव, एसीजेएम राजीव रंजन सिंह, देशमुख, न्याययिक दंडाधिकारी जिगर शाह,
जिला विधिज्ञ संघ के अध्यक्ष विनोद कुमार सिंह, संयुक्त सचिव चंद्रमौलेश्वर प्रसाद यादव, वीरेंद्र कुमार, कोषाध्यक्ष शकील अहमद, अधिवक्ता राजीव कुमार सिन्हा, कुणाल मेहता, रवि आदि मौजूद थे. जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा राष्ट्रीय लोक अदालत में मामलों को निबटारे के लिए दो पीठ बनाये गये थे.
प्राधिकार द्वारा बताया गया कि इस लोक अदालत में कुल 35 मामलों का निबटारा किया गया. इस राष्ट्रीय लोक अदालत में मोटरयान दुर्घटना तथा सुलहनीय आपराधिक मामलों को रखा गया था. इस राष्ट्रीय लोक आपराधिक मामलों को रखा गया था. इस राष्ट्रीय लोक अदालत में आपराधिक मामलों जैसे खनन, बिजली आदि के मामले सुलझाने के लिए कई लोग न्यायालय परिसर का चक्कर लगाते रह गये. इन मामलों के निबटारे को इस लोक अदालत में स्थान नहीं दिया गया है.
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