शेखपुरा : डीएम ने बुधवार को जिला परिवहन कार्यालय पर छापेमारी की तीन कथित दलालों को धर दबोचा. तीनों के पास से बड़ी संख्या में परिवहन के निर्मित और अर्द्धनिर्मित कागजात भी बरामद किया है. तीनों के खिलाफ थाना में प्राथमिकी दर्ज कर जेल भेजने का आदेश दिया. जिलाधिकारी के आदेश पर जिला परिवहन पदाधिकारी मो. कामीन अख्तर ने प्राथमिकी दर्ज करते हुए तीनों को पुलिस के हवाले कर दिया. इसके अलावा डीएम ने बेपटरी हो गये जिला परिवहन कार्यालय को पटरी पर लाने के लिए तीन सदस्यीय कमेटी के गठन भी किया.
जिलाधिकारी कार्यालय खुलते ही परिहवन कार्यालय पहुंच गये और कार्यालय में मौजूद सभी लोगों से बारी बारी से पहचान पूछनी शुरू की. परंतु कार्यालय में तीन लोग नगर क्षेत्र के रघु प्रसाद, नवीन कुमार और अरियरि के ककड़ार गांव के शैलेंद्र वर्मा कोई पहचान पत्र जिलाधिकारी को नहीं दिखा सके. जिलाधिकारी के साथ मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने तीनों को तुरंत हिरासत में ले लिया. इस संबंध में जिला सूचना व जनसंपर्क पदाधिकारी योगेन्द्र कुमार लाल ने बताया कि परिवहन कार्यालय में प्रधान लिपिक के तबादला हो जाने और संचिकाओं को प्रभार नहीं दिये जाने पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी प्रकट की. इस मामले को दुरुस्त करने के लिए एडीएम जवाहर लाल सिन्हा की अध्यक्षता में सभी संचिकाओं को इंभेटरी तैयार करने को कहा है. इस कमेटी में जिला परिवहन पदाधिकारी और वरी कोषागार पदाधिकारी को शामिल किया गया है. इन्हें जल्द ही सभी संचिकाओं को सूचीबद्ध करने को कहा गया है. परिवहन कार्यालय का सारा कार्यभार इन्हीं पकड़ाये पर परिवहन कार्यालय में बुधवार को पकड़ाये तीनों लोगों पर ही परिवहन का चक्का चल रहा था. कर्मियों की कमी से जूझ रहे परिवहन कार्यालय इन जैसे गैर सरकारी कर्मियों के भरोसे ही चल रहा था.
परिवहन के छोटे से बड़े सभी कामों में इन की उपस्थिति देखी जाती थी. परिवहन विभाग द्वारा कार्यालय से अलग मुख्य सड़क पर वाहन चेकिंग आदि में भी इन कर्मियों को लगाते लोग देख रहे थे. परिवहन कार्यालय तीनों कर्मियों को पिछले कई साल से लगातार काम पर लगाये रहने वाले पर कोई कार्रवाई नहीं किये जाने से लोगों को आर्य भी हो रहा है. इस कार्रवाई के बाद वहां उपस्थित लोगों ने आशंका व्यक्त की इन गैर सरकारी कर्मियों को जेल भेजे जाने के बाद परिवहन कार्यालय का ताला भी नहीं खुल पायेगा. परिवहन कार्यालय को कथित तौर पर अपनी जेब में लेकर चलने वाले सरकारी कर्मचारी व अधिकारी पर ऐसी कार्रवाई की मांग वहीं मौजूद लोग कर रहे थे. इधर थाना में जाने के बाद तीनों गिरफ्तार मुचलका पर छोड़ दिया गया.