शेखपुरा : डीपीओ कार्यालय में नाराजगी का मामला तुल पकड़ने लगा है. इस मामले में प्रोन्नति कमेटी के सदस्य डीपीओ लेखा राम बहादुर ने भी इस प्रक्रिया में पारदर्शिता को लेकर सवार खड़े किये हैं. शनिवार को इस मामले में प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सुधांशु प्रसाद सिंधु व अन्य नेताओं ने डीपीओ स्थापना के चेंबर में घुस कर जम कर हंगामा मचाया.
हंगामे के बीच जहां जिला शिक्षा अधिकारी मो. तकीउद्दीन को अपने कार्यालय से निकल कर जाना पड़ा. वहीं दूसरी और विवाद को शांत कराने में टाउन थाना पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा. मौके पर संघ के जिलाध्यक्ष एवं शिक्षक विपिन कुमार, सत्येंद्र कुमार चौधरी, मो. तनवरी परवेज, जावेद अहमद समेत अन्य लोग मौजूद थे.
शिक्षकों ने बताया कि प्रोन्नति की सूची को लेकर जब संघ का शिष्ट मंडल जिला शिक्षा अधिकारी से मिला तब उन्होंने सूची नहीं होने की बात कह डीपीओ स्थापना से मिलने की बात कही. इसके बाद जब शिष्ट मंडल डीपीओ स्थापना से मिला तब वहां भी सूची मिलने की बात कह कर शिक्षकों, नेताओं को बाहर जाने को कहा गया. इसके बाद कार्यालय के अंदर करीब आधे घंटे तक नोक-झोंक हुई. आखिरकार टाउन थाना पुलिस की मौजूदगी में डीपीओ स्थापना ने प्रोन्नति सूची और प्रोसीडिंग की प्रति 16 अगस्त तक संघ के नेताओं को उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया तब जाकर पुलिस हस्तक्षेप से आक्रोशित शिक्षक शांत हुए.
डीपीओ लेखा ने खड़े किये सवाल :
जिले में शिक्षक प्रोन्नति के मामले में एक ओर जहां शिक्षक संघ से लेकर राजनैतिक दलों ने तूल देना शुरू कर दिया है. वहीं दूसरी ओर प्रोन्नति कमेटी के मेंबर में भी पूरी प्रक्रिया के पारदर्शिता को लेकर सवाल खड़े किये हैं. डीपीओ लेखा राम बहादुर राम ने बताया कि वे पिछले 11 अगस्त से ही प्रोन्नति और वंचित शिक्षकों की सूची मांगी जा रही है, लेकिन आज तक फाइनल सूची मुहैया नहीं कराया जा सका. उन्होंने इस प्रक्रिया में पारदर्शिता को लेकर सवाल खड़े कर विभाग के समक्ष एक और मुश्किल खड़ी कर दिया है. मौके पर शिक्षकों ने इस प्रोन्नति के खेल में मोटी उगाही के आरोप लगाये हैं.
19 से अनिितकालीन घेराव :
शिक्षक प्रोन्नति में गड़बड़ी को लेकर मोरचा खोल चुके बिहार राज्य अराजपत्रित प्रारंभिक शिक्षक संघ ने अनिितकालीन आंदोलन का ऐलान किया है. संघ के जिलाध्यक्ष विजय कुमार ने कहा कि जिला शिक्षा कार्यालय के समक्ष कार्यालय कार्य अवधि के दौरान 19 अगस्त से अनिश्चित कालीन समय तक प्रदर्शन किया जायेगा. उन्होंने कहा कि विभाग में मोटी रकम वसूल कर किये गये खेल में अधिकारी गोल-गोल जवाब दे रहे हैं. इसके साथ ही जिले में कुछ ऐसे भी शिक्षक है, जो फर्जी प्रमाण पत्र पर बहाल है. विभाग ने जांच की प्रक्रिया भी पूरी करायी. लेकिन संचिका दबा कर वैसे शिक्षकों से काम लिया जा रहा है.
क्या कहते हैं अधिकारी :
शिक्षक प्रोन्नति में डीपीओ और सहायक के द्वारा दिये गये जानकारी के मुताबिक कार्रवाई की गयी. प्रोन्नति से वंचित शिक्षको से आवेदन लेकर समीक्षा की जा रही है, जो गलतियों हुई है. उसमें सुधार लाये जायेंगे.
– मो. तकीउद्दीन, जिला शिक्षा अधिकारी, शेखपुरा