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शिक्षक के लिए सड़क पर उतरे गांव के लोग

शेखपुरा : मध्य विद्यालय, चकंदरा के शिक्षक गौतम कुमार शांत और शालीन स्वभाव के लिए सिर्फ बच्चों के बीच ही नहीं गांव के बड़े बुजुर्गों में भी अपनी खास पहचान रखते थे. सोमवार को जैसे ही उनकी हत्या की खबर गांव में पहुंची, वैसे ही पूरा गांव सड़क पर उतर आया. सड़क जाम कर आंदोलनकारी […]

शेखपुरा : मध्य विद्यालय, चकंदरा के शिक्षक गौतम कुमार शांत और शालीन स्वभाव के लिए सिर्फ बच्चों के बीच ही नहीं गांव के बड़े बुजुर्गों में भी अपनी खास पहचान रखते थे. सोमवार को जैसे ही उनकी हत्या की खबर गांव में पहुंची, वैसे ही पूरा गांव सड़क पर उतर आया. सड़क जाम कर आंदोलनकारी ग्रामीण शिक्षक के हत्यारे को पकड़ने की मांग कर रहे थे.

इधर शिक्षक के शव को सदर अस्पताल पहुंचने के एक घंटे बाद वहां भी परिजन और ग्रामीणों के पहुंचने पर स्थिति तनावपूर्ण हो गयी. शिक्षक की हत्या की खबर सुनते ही जिला शिक्षा अधिकारी एवं चेवाड़ा सुनील कुमार के साथ कई अधिकारी मौके पर पहुंचे. इस दौरान शिक्षक के आश्रितों को सरकारी प्रावधान के मुताबिक लाभ मिल सके.
इसके लिए कागजी प्रक्रिया की त्वरित कार्रवाई शुरू की गयी. इधर अपनी मांगों पर डटे ग्रामीणों ने सड़क जाम के दौरान बच्चों से भरे स्कूली भान को भी नहीं बख्शा. स्कूली भान को भी घंटो रोक कर रखने के कारण बच्चों को काफी फजीहतों का सामना करना पड़ा. इस दौरान राहगीर एवं वाहन संचालकों से नोक-झोंक भी हुई.
मृतक शिक्षक के शव का एंबुलेंस को भी घंटे भर रोक कर रखा. आखिरकार पुलिस प्रशासन ने कड़ा रुख अख्तियार करना चाहा तभी वहां तैलिक साहू समाज एवं सामाजिक कार्यकर्ता से जुड़े लोग बीच-बचाव की भूमिका में जुट गये.
इस मौके पर राजद के प्रदेश महासचिव विजय सम्राट के अलावा साहू समाज के जिलाध्यक्ष व भाजपा नेता राजेंद्र प्रसाद गुप्ता, समाजसेवी ज्योतिष, सुरेंद्र साहू, अनिल साहू अन्य लोग वहां पहुंचे. इस दौरान परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष रामाशीष यादव ने काफी मशक्कत के बाद मामले को शांत कराया.
इस मौके पर चेवाड़ा बीडीओ ने बताया कि आश्रित के सदस्य को अनुकंपा आधारित नौकरी एवं चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता की कागजी कार्रवाई भी शुरू की गयी. काफी मशक्कत के बाद इस दौरान मामला शांत हो सका और सबको गांव तक ले जाया गया.
कैंसर से जूझ रही मां का दो माह पहले ही हुआ था इंतकाल : मृत शिक्षक गौतम कुमार की मां गत दो वर्षों से कैंसर की बीमारी से जूझ रही थी. बीमारी से जूझ रही मृत शिक्षक की मां निर्मला देवी के इलाज में लगभग 20 लाख का खर्च भी हुआ था लेकिन इसके बाद भी दो माह पूर्व उक्त महिला की मौत हो गयी. पत्नी और पुत्र की मौत के बाद मदन साहू पूरी तरह टूट चुके हैं. शिक्षक की मौत के बाद घर में दो बहनों की शादी एक चुनौती बन गयी है.
बहनों के लिए उपहार लाने की बात कह निकले लेकिन आयी मौत की खबर : हादसे के बाद चीत्कार मार कर रो रही छोटी बहना खुशबू और दीप्ति बार-बार यही कह रही थी. अपनी शादी में बेहतर उपहार देने के लिए वादा कर भैया सदा के लिए छोड़ कर चले गये. हादसे के बाद पीड़ित बहनों का रो-रो कर बुरा हाल है.
13 मई को होनी थी शादी, इससे पहले शिक्षक की हुई हत्या
शिक्षक गौतम कि 13 मई को होनेवाली शादी को लेकर पूरा परिवार उत्साहित था. पश्चिम बंगाल में हो रही शादी के रिश्ते से लोग उत्साहित थे. शादी की तैयारी को लेकर धीरे-धीरे परिवारों का आना- जाना भी शुरू हो गया था. इसी शादी की तैयारी में शिक्षक गौतम अपना इलाज करवाने पटना जा रहा था.
दरअसल शिक्षक के हाथ की एक उंगली कई वर्ष पहले ही कट गयी थी. उसी में आर्टिफिशियल उंगली के लिए वह पटना जा रहे थे. शनिवार में विद्यालय के पठन-पाठन कार्य को पूरा करने के बाद वह बैग लेकर पटना के लिए निकले थे लेकिन मोबाइल घर में ही भूल गये थे.
शनिवार की दोपहर को निकले शिक्षक जब सोमवार की सुबह तक अपना घर नहीं पहुंचे तब वे टाउन थाना पहुंचकर इसकी सूचना देना चाह रहे थे लेकिन इस दौरान उनके परिवार के लिए बुरी खबर सामने आयी. अज्ञात शव के रूप में जिसे पुलिस ने जब्त कर सदर अस्पताल लाया था. वह शव उपशिक्षक का ही निकला.

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