शेखपुरा : अरियरी थाना क्षेत्र के ढढ़सी गांव में होलिका दहन को लेकर हुए विवाद के बाद पीड़ित परिवार का सामूहिक बहिष्कार किये जाने का मामला सामने आया है. भयभीत पीड़ित अपना गांव छोड़कर बगल के बरुनी गांव में शरण ले रखा है.
पीड़ित ने सोमवार को एसपी दयाशंकर से मिलकर लिखित आवेदन सौंपा और कार्रवाई की मांग की. घटना में पीड़ित मंटू चौधरी के घर के आगे होलिका दहन को लेकर ग्रामीण जिद पर अड़े थे. जबकि घर में आग लगने के भय के कारण पीड़ित उक्त स्थान पर होली का दहन करने का विरोध कर रहा था.
22 मार्च को हुए इस घटना के दौरान दबंगों ने पुलिस की मौजूदगी में न सिर्फ पथराव किया बल्कि घर में आग भी लगाये गये. घटना को लेकर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी. दर्ज प्राथमिकी में कई ग्रामीणों को नामजद अभियुक्त बनाया गया. इस दौरान कसार पुलिस ने भोला केवट को गिरफ्तार कर लिया.
गिरफ्तारी के बाद आरोपित के परिजन लगातार धमकी दे रहे. इतना ही नहीं घटना में नामजद अभियुक्त ग्रामीणों के द्वारा भी मारने की धमकी दी जा रही है. उन्होंने बताया कि घटना के तुरंत बाद सामूहिक रूप से पीड़ित परिवार का बहिष्कार कर दिया.
इस दौरान जहां चापाकल और कुएं से पानी लेने पर पाबंदी लगा दी. इसके साथ ही छठ पर्व के दौरान गांव के तालाब में अर्घ देने से भी रोका गया. इस दौरान अर्घ्य देने से लेकर पानी की जरूरतों को बगल के बरुनी गांव से काम चलाना पड़ा. इतना ही नहीं गांव किराना दुकान से राशन पानी देने पर भी पाबंदी लगा दी.
आरोपितों के आतंक से तंग आकर के बगल के बरुनी गांव में एक खाली पड़े मकान में अपने परिवार और बच्चों के साथ दिन गुजार रहे हैं. इस मौके पर पीड़ित ने एसपी दयाशंकर से लिखित आवेदन सौंप कर सुरक्षा की गुहार लगाते हुए घटना में नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी की मांग की है.
