बिहार के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी झाझा में आयोजित कार्यक्रम में जाने के क्रम में शेखपुरा के स्थानीय नेता जितेंद्रनाथ के हसनगंज स्थित निजी आवास पर पहुंचे. इस मौके पर विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष ने कई ज्वलंत मुद्दों पर बड़ी बेबाकी से अपनी बातें पत्रकारों के समक्ष रखीं. इस मौके पर शेखपुरा छात्र संगठन के नेता राजीव कुमार, विक्रम कुमार समेत सैकड़ों छात्रों ने उनका फूल-माला से स्वागत भी किया. आइए जानें, उन्होंने और क्या-क्या कहा-
शेखपुरा : विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष व जदयू नेता उदय नारायण चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री का पद दें, तब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भाजपा के साथ जाने सिफारिश कर सकते हैं. बिहार में महागठबंधन की स्थितियों के सवालों पर प्रतिक्रिया दे रहे पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि नीतीश कुमार को देने के लिए भाजपा के पास है ही क्या. एक राष्ट्रपति का पद था वह भी भर गया. भाजपा में जाने पर उन्हें कोई मंत्रालय दिया जाये, तो यह पद उनके लिए कोई नया नहीं है. उन्होंने कहा कि बिहार के इकलौते मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं, जो लगातार चार बार इस पद को सुशोभित कर चुके हैं. केंद्रीय कृषि मंत्री, रेल मंत्री समेत कई अन्य मंत्रालयों का भी पद संभाल चुके हैं.
बिहार में अटूट है महागठबंधन
बिहार में महागठबंधन में दरार की चर्चाओं के बीच उन्होंने कहा कि महागठबंधन पूरी तरह अटूट है. देश के अंदर विपक्ष में पहले ही पूरी वैकेंसी है. नीतीश कुमार मजबूत नेता के रूप में उभर सकते हैं. केंद्र की भाजपा सरकार देश में समाजवादी पार्टी, कांग्रेस, बहुजन समाजवादी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा एवं राजद के प्रमुख नेताओं पर सीबीआई की तलवार लटकाये बैठी है, ना जाने कब और किस नेता पर गाज गिर जाये.
जीएसटी को भाजपा कर रही हाईजैक
जीएसटी को लेकर पार्टियों के बीच उभरे मतभेद के बीच उन्होंने कहा कि जदयू भले ही देश के अंदर जीएसटी का समर्थन करती है. लेकिन, यह भी सच है कि जीएसटी कांग्रेस की देन है. भाजपा जीएसटी को कांग्रेस से हाईजैक करना चाहती है.
भाजपा के दफ्तर में मवेशियों को पहुंचाने की अपील की
उदय नारायण चौधरी ने गौरक्षकों के हमले पर तेवर सख्त करते हुए कहा कि भाजपा के गौरक्षक देश में महादलित, पिछड़े और अकलियतों को जिस प्रकार निशाना बना रही है. उससे बचने के लिए देश के मवेशी पालकों को भी कोई ठोस कदम उठाना होगा. उन्होंने कहा कि देश के सभी मवेशी पालकों को अपनी गाय भाजपा के दफ्तर या गौरक्षकों के घरों में पहुंचा देनी चाहिए.
मूल विषयों से लोगों को भटका रही भाजपा
विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष ने यह भी कहा कि एक साजिश के तहत देश में व्याप्त गंभीर और मूल विषयों से भाजपा लोगों का ध्यान भटका रही है. यहां मिनिमम सपोर्ट की मांग को लेकर किसान आत्महत्या कर रहे हैं. लेकिन, इसकी चर्चा किये बगैर सरकार मुआवजे की बात कह रही है. मध्य प्रदेश के घटनाक्रम पर उन्होंने कहा कि किसानों के मिनिमम सपोर्ट की मांग के मुद्दे को दबाने के लिए सोची समझी साजिश के तहत वहां के मुख्यमंत्री धरने पर बैठ जाते हैं. फिर किसानों का मुद्दा सीएम के धरने के आगे गौण हो जाता है. राष्ट्रपति चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि आमतौर पर सत्तारूढ़ दल के प्रत्याशी की जीत राष्ट्रपति पद के लिए होती है. हालांकि, 1969 कि घटना अपवाद है.