सियाराम के जयघोष से गुंजायमान रहा चप्पा-चप्पा, धूमधाम से मनायी रामनवमी
संकट मोचन हनुमान मंदिर में पूजा के लिए उमड़ी भीड़नवादा नगर.
शहर में रामनवमी के अवसर पर रविवार को रामभक्त हनुमान जी की पूजा-अर्चना श्रद्धा-भक्ति के साथ हुई. नगर समेत ग्रामीण मंदिरों में पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. सुबह होते ही लोग परिवार के साथ मंदिर की और जाते दिखे. इस दौरान शहर के रामनगर स्थित चर्चित संकटमोचन मंदिर परिसर में सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही. लोग मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना करते नजर आये. पूजन के दौरान लोगों ने भगवान हनुमान की प्रतिमा के समक्ष फल-फूल, नैवेद्य आदि चढ़ाकर पूजा-अर्चना की. इसके साथ ही अपने परिवार के लिए मंगल कामना की. संकटमोचन मंदिर के पुजारी नकुल दास उदासीन ने कहा कि रविवार को रामनवमी को लेकर सुबह से श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है. मंदिर में आज विशेष पूजा राम दरबार लगा कर किया गया है. अखंड ज्योति जलाकर श्रद्धालुओं द्वारा पूजा-अर्चना की जा रही है.मंदिर परिसर में किया गया ध्वजारोहण
श्रद्धालुओं ने विभिन्न मंदिर परिसर में ध्वजारोहण किये. मंदिर परिसर में सुबह से लेकर देर शाम तक श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा. इसके अलावा शहर के पुरानी बाजार स्थित हनुमान मंदिर, शोभनाथ, मिर्जापुर स्थित रामजानकी मंदिर, तीन नंबर रेलवे गुमटी, तीन नंबर बस पड़ाव, पार नवादा स्थित मस्तानगंज, देवी मंदिर, गोंदापुर, गोनावां, मोती बिगहा, मंगर बिगहा, राजेंद्र नगर, न्यू एरिया, स्टेशन रोड आदि स्थानों पर हनुमान मंदिर में श्रद्धालुओं ने ध्वजारोहन कर रामनवमी मनायी.भक्तों में दिखा काफी उत्साह
पूजा को लेकर हनुमान भक्तों में काफी उत्साह देखा गया. लोग जय श्रीराम का जयकारा लगा रहे थे. जय श्रीराम के जयकारा से पूरा शहर गुंजायमान हो रहा था. पूरा शहर का माहौल भक्तिमय हो गया. लोग मंदिरों में पूजा के बाद अपने-अपने घर लौट आये.घरों में लगाये महावीरी झंडे
श्रद्धालुओं ने विधि-विधान के साथ ब्राह्मणों से पूजन करा कर अपने घर महावीरी पताका फहराया. शहर में सनातनी विचारधारा के लोगों ने घरों, दुकानों के पास महावीरी पताका लगाया. इससे शहर की शोभा बढ़ती गयी. हर जगह रामजन्म उत्सव के अवसर पर श्रीराम के परमभक्त हनुमान जी पूजा-अर्चना की गयी. लोगों ने महावीरी पताका लगा कर धार्मिक अनुष्ठान पूरा किया.भक्तों ने किया हनुमान चालीसा का पाठ
शहर में कई जगहों पर अथवा निजी स्तर पर लोगों हनुमान चालीसा व सुंदरकांड का पाठ किया. सत्यनारायण स्वामी की व्रत कथा सुनी. घरों में महिलाओं ने पारंपरिक तरीके से विशेष प्रकार का पकवान बनाकर प्रभू को समर्पित किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है