मौसम खराब होने पर नदी, झरना के पास नहीं जायेव वज्रपात का रहता है डर
प्रतिनिधि, डेहरी नगर
हाइस्कूल डेहरी ऑन सोन में जिला आपदा प्रबंधन शाखा व राज्य आपदा प्रबंधन ने संयुक्त रूप से वज्रपात न्यूनीकरण कार्यक्रम के तहत बुधवार को विद्यालय की स्मार्ट कक्षा में वज्रपात से बचाव को लेकर शिक्षकों और छात्रों को जानकारी दी. दरअसल 18 से 22 अगस्त तक वज्रपात सुरक्षा सप्ताह मनाया जा रहा है. इस दौरान मनीष कुमार, चंदन कुमार व मनीष कुमार ने छात्रों से कहा कि बारिश व बादल होने पर वज्रपात की संभावना सबसे ज्यादा होती है. ऐसे में पेड़ के नीचे नहीं रहे, छाता का उपयोग नहीं करें, घर के अंदर रहे, बाहर में समूह में नहीं बैठे, एक – दूसरे के बीच एक सौ फीट की दूरी होना चाहिए. बारिश के दौरान कार में सफर कर रहे हैं तो पेड़ के नीचे कार नहीं खड़ा करे, खिडकी बंद कर लेना चाहिए व धातु का समान नहीं छुए. बताया कि रोहतास व औरंगाबाद आदि में जिलों में बिजली अधिक गिरती है. पिछले साल जिले में 30 लोगों की आकाशीय बिजली की चपेट में आने से मौत हो गयी. काला बादल, मौसम खराब होने पर घर के बाहर नहीं जाए, सबसे ज्यादा पेड़ पर बिजली गिरने की संभावना रहती है. दामिनी ऐप से अलर्ट के बारे में बताया. मौके पर विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य बलीराव कुमार, राकेश, मनोज ,भूपेश ,विनय, अयोध्या ,ककस, ममता, ऋषि यादव, प्रभा ,दीप्ति सिन्हा, दीपमाला, सबिहा नाज, दिव्या,तेज नारायण पाठक आदि शिक्षक एवं छात्र उपस्थित थे.
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