फोटो-22- मत्स्य कार्यालय परिसर में तालाबों की निलामी करते अधिकारी. प्रतिनिधि, सासाराम सदर शहर के पशुपालन एवं मत्स्य संसाधन कार्यालय में बुधवार को सीमित डाक से शिवसागर मत्स्य सहयोग समिति के पोखरों की बंदोबस्ती हुई. नीलामी की प्रक्रिया उप मत्स्य निदेशक बिहार पटना आभाष चंद्र मंडल की उपस्थिति में जिला मत्स्य पदाधिकारी सत्येंद्र राम द्वारा करायी गयी. बंदोबस्ती की शुरुआत शिवसागर के सिलारी व डुमरी पंचायत के जलकरों से की गयी. इसमें हर जलकरों के लिए डाक शुरु किया गया. इससे बुधवार को नीलाम हुए सभी पोखरों के राजस्व में बढ़ोतरी हुई. करीब आधा दर्जन पोखरों की नीलामी, तो पूर्व के निर्धारित राजस्व में डाक की प्रक्रिया से 10 गुना तक का इजाफा हुआ. इससे सरकार को बड़े पैमाने पर राजस्व प्राप्त हुआ. इसकी जानकारी देते हुए डीएफओ ने बताया कि बंदोबस्त के प्रथम दिन शिवसागर के 21 पोखरों की निलामी की प्रक्रिया पूरी कर मत्स्य पालकों को रसीद दे दिया गया. पहले दिन ही विभाग को लाखों का राजस्व प्राप्त हुआ. नीलामी की प्रक्रिया गुरुवार को भी की जायेगी. इसके अलावा कोई जलकर नीलामी से वंचित रह जाता है, तो उसके लिए अलग से नीलामी का समय निर्धारित कर मत्स्य पालकों को सूचित किया जायेगा. वर्ष 23 से नहीं हुआ था शिवसागर के एक भी तालाबों की नीलामी इस पर शिवसागर मत्स्य सहयोग समिति के गठन के बाद एक वर्ष तो समिति ठीक-ठाक चला. लेकिन, एक वर्ष के बाद समिति द्वारा विभाग को राजस्व बंद कर दिया गया. ऐसे में दो वर्षों तक नीलामी की प्रक्रिया रद्द रही. समिति गठन के बाद भी दो वर्षों तक राजस्व प्राप्त नही होने से विभाग ने इस पर पहल करते हुए नीलामी की अवधि तय कर दी. जहां बुधवार को पहला दिन तालाबों के निलामी की प्रक्रिया पूरी की गयी.
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