राशन दुकानों पर मिलेगा पोषक तत्व वाले फोर्टिफाइड चावल
उपभोक्ताओं को विभाग कर रहा जागरूकफोटो-17- जागरूकता कार्यक्रम के बाद एडीएसओ के साथ पीडीएस दुकानदार.प्रतिनिधि, सासाराम सदरपोषण से लड़ने के लिए चावल का फोर्टिफिकेशन (एफआरके) अति आवश्यक है. गांव में अक्सर पुरुष महिलाओं में एनीमिया की समस्या देखी जाती है. जिसको लेकर सरकार फोर्टिफाइड चावल वितरण की जिम्मेदारी एसएफसी के अलावा खाद्य एवं आपूर्ति विभाग को सौंपा है. इसको लेकर गांव-गांव पहुंच आपूर्ति विभाग के पदाधिकारी लोगों को जागरूक कर रहे हैं. जिला सहायक आपूर्ति पदाधिकारी संजीव कुमार ने शुक्रवार को प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी व पीडीएस दुकानदारों के साथ बैठक की. उन्होंने कहा कि फोर्टिफाइड चावल का वितरण करने का उद्देश्य लोगों को एनीमिया मुक्त बनाना है. फोर्टिफाइड चावल टेक्नोलॉजी के माध्यम से विटामिन और खनिज से उत्पादन किया जाता है. जो सामान्य सौ चावल में एक चावल के अनुपात से मिलाया जाता है. जो सामान्य चावल से अधिक सफेद होता है. यह चावल राइस मिलों में लगे बीआइएस मानक का डायनेमिक ब्लेंडर से बनाया जाता है. जिसको घरेलू महिलाएं खराब चावल समझकर चुनकर फेंक देती है. इसको लेकर बैठक में उपस्थित पीडीएस दुकानदारों को इसकी जानकारी दी गई और अपने लाभार्थियों को इसके प्रति जागरूक करने का निर्देश दिया गया.
चावल का कैसे करें उपयोग
एडीएसओ ने बताया कि अक्सर ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं चावल बनने के उपरांत उसमें अधिक पानी डालती है. जो चावल तैयार होने के बाद उस पानी को फेंक देती है. फोर्टिफाइड चावल को ग्रामीण तरीके से बनाने व चावल के पानी को फेंकने के साथ ही उसका पोषक तत्व भी समाप्त हो जाता है. उन्होंने कहा कि फोर्टिफाइड चावल बनाने के लिए चावल के अनुपात ही पानी डाले जो चावल बनने के साथ ही उसमें सुख जाये. ऐसे चावल बनाने से पोषक तत्व चावल में ही रहेगा और इसका लाभ लोगों को मिल सकेगा. उक्त चावल को अंतिम पायदान के लोगों तक पहुंचाने के लिए पीडीएस दुकान व लोगों को जागरूक करने के लिए दुकानदारों का सहारा लिया जा रहा है. जहां ग्रामीण इलाकों में घर-घर पहुंच पीडीएस दुकानदारों द्वारा जागरूक किया जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है