मोदी-ट्रंप का पुतला दहन, किसानों की मांगें हुईं जोरदार
प्रतिनिधि, सासाराम ऑफिस.
भारत छोड़ो आंदोलन की 83वीं वर्षगांठ के अवसर पर संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर बुधवार को किसानों के समर्थन और अमेरिका के लगाये गये टैरिफ के खिलाफ जिला मुख्यालय सासाराम में प्रतिरोध मार्च निकाला गया. कुशवाहा भवन से निकला यह मार्च कचहरी मोड़ होते हुए जिला समाहरणालय के सामने पुतला दहन के साथ सभा में परिवर्तित हो गया. सभा में किसानों ने 50% न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी, खाद्य सुरक्षा, संपूर्ण कर्ज माफी, कृषि मंडियों की पुनर्बहाली, सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली, स्मार्ट मीटर की वापसी और सिंचाई का स्थानीय प्रबंध सहित अन्य मांगें रखीं. वक्ताओं ने कहा कि देश का किसान जो अन्न पैदा कर पूरे देश का पेट भरता है, आज खेती छोड़ने पर मजबूर है. खेती घाटे का सौदा बन चुकी है और किसान इतिहास के सबसे कठिन संकट से गुजर रहा है. सत्ता पक्ष खेती व फसल को कॉरपोरेट के हवाले करना चाह रहा है. पहले सुविधाएं खत्म की गयीं और अब कानून बनाकर खेती को निजी हाथों में सौंपने की साजिश हो रही है. सभा को किसान नेता रविंद्रनाथ राय, रघुनाथ सिंह, सीपीआइ नेता ब्रजमोहन सिंह, सत्तार अंसारी, श्रीराम राय, महेंद्र गुप्ता, भीम सिंह, सीपीआइ जिला सह सचिव धर्मेंद्र कुमार सिंह, सलामुद्दीन, प्रवीन प्रभाकर भारती, अयोध्या राम, संजय यादव, रामचंद्र राम, श्रीराम राम, शाहजान खां, भोला सिंह, नरेंद्र पासवान आदि ने संबोधित किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

