सासाराम कार्यालय. सीबीआइ की टीम ने मुद्रा लोन के लिए घूस लेते रंगे हाथों शहर स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के मैनेजर विजय कुमार और क्लर्क विक्की कुमार को बुधवार की रात गिरफ्तार किया. सीबीआइ से जारी सूचना के अनुसार, एक युवक के स्वरोजगार के लिए स्वीकृत मुद्रा लोन की रकम उसके खाते में डालने के लिए बैंक के मैनेजर ने सात हजार रुपये घूस मांगी थी, जिसकी शिकायत युवक ने 16 जुलाई को की थी. शिकायत पर त्वरित कार्रवाई करते हुए 16 जुलाई की ही रात करीब आठ बजे बैंक के ब्रांच में सीबीआइ इंस्पेक्टर के नेतृत्व में छापेमारी की गयी. छापेमारी में छह हजार रुपये घूस लेते सीबीआइ ने मैनेजर और उसके साथ क्लर्क को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार दोनों आरोपितों को सीबीआइ सर्किट हाउस ले गयी. वहां कानूनी प्रक्रिया पूरी कर दोनों को पटना मुख्यालय ले गयी. सीबीआइ ने केंद्र सरकार के उपक्रमों में कार्यरत कर्मचारियों व अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत के लिए मोबाइल नंबर- 9431005682 टेलीफोन नं.- 0612-2235566, 2235588 जारी किया है. भ्रष्टाचार से पीड़ित कोई भी व्यक्ति सबूत के साथ इन नंबरों पर सीबीआइ से शिकायत कर सकता है. जिले में अब तक 46वां भ्रष्टाचारी बना निगरानी व सीबीआइ का शिकार बिक्रमगंज में चार बार दो की संख्या में एक साथ भ्रष्टाचारियों के पकड़े जाने का रिकॉर्ड था. लेकिन, यह पहली बार है, जब सासाराम में सीबीआइ ने एक साथ दो घूसखोरों को पकड़ा है. बिक्रमगंज अनुमंडल क्षेत्र में अब तक पांच बार निगरानी की कार्रवाई में विभिन्न सरकारी कार्यालयों में कुल नौ सरकारी कर्मचारी व जनसेवक घूसखोरी के आरोप में पकड़े जा चुके हैं. इसमें चार कार्रवाई में एक साथ दो-दो भ्रष्टाचारी पकड़े गये हैं. जिले में भ्रष्टाचार के विरुद्ध निगरानी व सीबीआइ की कार्रवाई के आंकड़ों पर नजर डालें, तो वर्ष 2007 से अब तक 46 भ्रष्ट सरकारी कर्मचारी, अफसर और जनसेवक पकड़े जा चुके हैं.
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