बिक्रमगंज. शनिवार सुबह जैसे ही बिक्रमगंज शहर के विन्यदा एकेडमी स्कूल में पुलिस की जीप आकर रुकी, पूरे स्कूल परिसर में अफरातफरी मच गयी. पुलिस प्रधानाध्यापक केके सिंह से छात्र की पिटाई के मामले में पूछताछ करने पहुंची थी, लेकिन पुलिस के आने की भनक लगते ही प्रिंसिपल स्कूल से फरार हो गये. उनके भागते ही शिक्षक–कर्मचारी सकते में आ गये और बच्चे सहमे-सहमे नजर आने लगे. दरअसल, यह पूरा मामला 10 वीं कक्षा के छात्र मबरूर आलम की बेरहमी से पिटाई को लेकर है. गुरुवार की शाम स्कूल में अंग्रेजी की कक्षा के दौरान कुछ छात्रों के शोर मचाने पर प्रिंसिपल ने सभी बच्चों को ग्राउंड में खड़ा कर फाइबर स्टिक से बुरी तरह पीटा. फिर छात्र को अपने चेंबर में बुलाकर दोबारा मारपीट की. इससे नाराज पीड़ित छात्र के पिता मकसूद आलम खां ने शुक्रवार को बिक्रमगंज थाने में प्रिंसिपल के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी. उन्होंने बताया कि जब वे रात में दुकान बंद कर घर लौटे तो उनका बेटा फफक-फफक कर रोने लगा और आपबीती सुनायी. बच्चे ने बताया कि पिटाई के बाद प्रिंसिपल ने जबरन एक कागज पर लिखवाया कि अगर दोबारा गलती की, तो स्कूल से निकाल देंगे और जीवन बर्बाद कर देंगे. थानाध्यक्ष ललन कुमार ने बताया कि शारीरिक निशानों के आधार पर बच्चे को इलाज के लिए सरकारी अस्पताल भेजा गया है और मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद विधि सम्मत कार्रवाई कि जायेगी. इस संबंध में आरोपित प्रिंसिपल ने दूरभाष पर बताया कि वे अपनी बीमार पत्नी के इलाज के लिए पटना गये हैं और उन्होंने जानबूझकर किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया, सिर्फ अनुशासन सिखाने की मंशा थी. इधर, घटना को लेकर अभिभावकों में आक्रोश है. पीड़ित परिवार आरोपित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहा है. वहीं, स्कूल प्रबंधन मामले को दबाने में जुटा दिख रहा है, लेकिन पुलिस ने जांच तेज कर दी है और फरार प्रिंसिपल की तलाश जारी है.
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