छपरा. चमकी बुखार के बेहतर प्रबंधन और त्वरित चिकित्सकीय सेवाओं की उपलब्धता को सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. इस दिशा में विभिन्न स्तरों पर तैयारी की जा रही है. इसी कड़ी में दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें एंबुलेंस इएमटी को चमकी बुखार के प्रबंधन पर प्रशिक्षण दिया गया. यह प्रशिक्षण सदर अस्पताल के जीएनएम स्कूल में आयोजित किया गया, जहां डीपीएम अरविंद कुमार और जिला वेक्टर जनित रोग सलाहकार सुधीर कुमार ने भाग लिया. इस प्रशिक्षण में एंबुलेंस कर्मियों को यह बताया गया कि चमकी बुखार से पीड़ित बच्चों को एंबुलेंस पर कैसे लाना है और कैसे तुरंत उपचार करना है. इसके अलावा उन्हें शरीर के तापमान की जांच, ग्लूकोज स्तर की निगरानी, ऑक्सीजन की आपूर्ति और आवश्यक दवाओं के सही प्रयोग के बारे में भी प्रशिक्षित किया गया. डीपीएम अरविंद कुमार ने बताया कि चमकी बुखार में समय की बहुत बड़ी भूमिका होती है. जितनी जल्दी इलाज शुरू होगा, बच्चे के ठीक होने की संभावना उतनी ही अधिक होगी. एंबुलेंस में इएमटी के पास एक चेकलिस्ट उपलब्ध रहेगी, जिसे वह भरकर चिकित्सक को देंगे. इससे यह सुनिश्चित किया जायेगा कि चमकी पीड़ित को किन-किन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था और किस आपातकालीन सुविधा का उपयोग किया गया था, जिससे मरीजों के प्रबंधन में सुविधा होगी. प्रशिक्षण शिविर में कुल 95 इएमटी को प्रशिक्षित किया गया. इसके अलावा, सदर अस्पताल में 10 बेड, अनुमंडलीय अस्पतालों में पांच बेड और सभी सीएचसी व पीएचसी में दो-दो बेड वाले वार्ड स्थापित किये गये हैं.
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