छपरा. सदर अस्पताल परिसर में संचालित आश्रय स्थल जरूरतमंद, आश्रयहीन मरीजों और उनके परिजनों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है. नगर निगम द्वारा यहां सभी व्यवस्था उपलब्ध करायी गयी है. माह में कई बार नगर निगम के अधिकारियों के द्वारा यहां का निरीक्षण किया जाता है. जिसमें सभी व्यवस्था का ख्याल विशेष रूप से रखा जाता है. गरीब व आश्रय विहीन लोगों के साथ-साथ इलाज कराने आये अस्पताल में मरीज के परिजन भी ठहरते हैं.
दूर-दराज से इलाज के लिए आने वाले मरीजों के साथ आए परिजनों को सुरक्षित और व्यवस्थित ठहराव मिलता है. आश्रय स्थल में कुल 50 बेड की सुविधा उपलब्ध है. प्रत्येक बेड पर कंबल, तकिया और साफ-सुथरी चादर की समुचित व्यवस्था की गयी है. ठंड, गर्मी और बरसात के मौसम को ध्यान में रखते हुए यहां रहने वालों की सुविधा का विशेष ख्याल रखा जा रहा है. आश्रय स्थल को साफ-सुथरा रखने के लिए नियमित रूप से सफाई करायी जाती है, ताकि यहां रहने वाले लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो. वही प्रतिदिन बड़ी संख्या में आश्रहीन लोग यहां पहुंचते हैं, जिन्हें नियमानुसार आश्रय स्थल का लाभ दिया जाता है.अधिकारियों के द्वारा हर छह माह पर होता है निरीक्षण
सदर अस्पताल परिसर में स्थित आश्रय स्थल का नगर निगम के अधिकारियों द्वारा कई बार निरीक्षण किया जाता है. निरीक्षण के दौरान आश्रय स्थल में उपलब्ध मूलभूत सुविधाओं, साफ-सफाई, पेयजल, शौचालय, बिजली व्यवस्था तथा बेड की स्थिति का जायजा लिया जाता है. अधिकारियों द्वारा आश्रय स्थल में रह रहे लोगों से भी संवाद कर उनकी समस्याएं जानी जाती हैं. साथ ही कर्मियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये जाते हैं ताकि आश्रय स्थल में रहने वाले निराश्रितों को बेहतर और सुरक्षित व्यवस्था मिल सके. नगर निगम प्रशासन का कहना है कि नियमित निरीक्षण से व्यवस्थाओं में सुधार होता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

