छपरा. नगर निगम क्षेत्र में विभिन्न निर्माण एजेंसियां किस प्रकार से सरकारी राशि का दुरुपयोग करती हैं, इसका उदाहरण सामने आया है.
पहले से बने हुए नाले पर ही नया निर्माण करके करोड़ों रुपये की गड़बड़ी की गयी है. इस मामले का पर्दाफाश एक निजी संस्था ने किया है. संस्था ने निर्माण कार्य में बरती गयी गड़बड़ी और सड़कों की चौड़ाई को एक साजिश के तहत कम करने का भी पर्दाफाश किया है. संस्था ने निर्माण एजेंसी समेत विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों को वकालतन नोटिस भी भेजा है. अपने नोटिस में कहा है कि यदि सरकारी राशि के दुरुपयोग को नहीं रोका गया, तो जनहित में लोकहित याचिका दायर की जायेगी. इस मामले में विभाग ने निर्माण एजेंसी से जवाब-तलब भी किया है.क्या है पूरा मामला
निजी संस्था ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि छपरा दारोगा राय चौक से नगर थाना चौक तक पीडब्ल्यूडी रोड में परियोजना निदेशक बुडको सारण द्वारा नाला निर्माण बिना एनओसी प्राप्त किये गलत तरीके से किया जा रहा है. रोड में नाला निर्माण रोड की काफी जमीन छोड़ कर होने से रोड की चौड़ाई काफी कम हो गयी है. पूर्व में 2017 में उक्त रोड को तत्कालीन जिलाधिकारी दीपक आनंद जी के समय करोड़ों रुपये की लागत से डूडा विभाग द्वारा गलत तरीके से रोड की काफी जमीन छोड़ कर नाले का निर्माण किया गया था, जिसके कारण रोड की चौड़ाई काफी कम हो गयी. गाड़ियों की संख्या काफी होने से हमेशा जाम की समस्या उत्पन्न होती है.पुराने नाले के एलाइनमेंट पर बन रहा है नया नाला
वर्तमान में बुडको द्वारा करोड़ो रुपये की लागत से जबर्दस्ती नाले का निर्माण पुनः पुराने नाले के एलाइनमेंट पर किया जा रहा है. जबकि, किसी भी नाले को रोड के अंतिम छोड़ से कराया जाना चाहिए. नाला निर्माण के पूर्व रोड के नक्शे के अनुसार पैमाइस कराकर ही नाला एवं रोड का निर्माण करना चाहिए, ताकि रोड की जमीन को कोई अतिक्रमण न कर सके.
यहां चल रहा है निर्माण
प्रमंडलीय मुख्यालय का प्रमुख रोड में निर्माण कार्य चल रहा है. जिला जज सहित प्रमंडलीय आयुक्त, जिला पदाधिकारी, डीआइजी, पुलिस अधीक्षक, एडीएम, एसडीएम, एसडीपीओ, सीएस आदि के आवास के अतिरिक्त सदर अस्पताल, परिसदन भवन, पीडब्ल्यूडी आइबी, जिला स्कूल, राजकीय कन्या उच्च विद्यालय, उद्योग विभाग, कस्टम विभाग, प्रेक्षागृह, पथ प्रमंडल कार्यालय आदि प्रमुख कार्यालय हैं, फिर भी बुडको द्वारा गलत तरीके से रोड की काफी जमीन छोड़ पुराने नाले पर नया निर्माण किया जा रहा है.दिये गये थे ये सुझाव
नये नाले का निर्माण रोड के अंतिम छोड़ से करने के लिए 18 अप्रैल, 2025 को जिला पदाधिकारी सारण एवं पीडब्ल्यूडी के कार्यपालक अभियंता को आवेदन दिया गया था, जिसमें संस्थान ने जिला पदाधिकारी से आग्रह किया था कि नाला निर्माण रोड के अंतिम छोड़ से करते हुए उसी पर फुटपाथ तथा रोड के बीच में डिवाइडर देकर बिजली पोल को शिफ्ट किया जाये और बिजली पोल पर स्ट्रीट लाइट दोनों तरफ लगाया जाये. ऐसा होने से रोड काफी चौड़ा हो जायेगा और दोनों तरफ रोड होने से कभी भी जाम की समस्या उत्पन्न नहीं होगी.कार्यपालक अभियंता ने निर्माण पर लगायी रोक
आवेदन एवं आग्रह पर पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता ने पत्रांक 1071, दिनांक 17/4/25 द्वारा बुडको विभाग के एसडीओ आनंद मोहन सिंह को रोड के अंतिम छोड़ से नाला निर्माण करने को कहा गया और तत्काल निर्माण कार्य पर रोक लगायी गयी. इस मामले को गंभीरता से लेने के लिए जनहित संघर्ष मोर्चा ने परियोजना निदेशक बुडको सारण सहित अपर मुख्य सचिव पथ निर्माण विभाग बिहार, पटना, प्रधान सचिव नगर विकास विभाग बिहार सरकार पटना मार्फत समाहर्ता सह जिला पदाधिकारी सारण, कार्यपालक अभियंता पथ प्रमंडल छपरा को वकालत नोटिस भेजा है. संस्था के अध्यक्ष सुभाष राय उर्फ झरीमन राय और अधिवक्ता शिशिर कुमार ने कहा है कि अगर नाला निर्माण रोड के अंतिम छोड़ से नहीं किया गया, तो जनहित में उच्च न्यायालय में रिट याचिका दायर की जायेगी, जिसकी नुकसान की पूरी जिम्मेदारी बुडको सहित अन्य अधिकारी की होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है