छपरा. जिले के समाहरणालय तथा जिले के सभी 20 प्रखंडों में कर्मियों की हड़ताल के कारण सरकारी कामकाज ठप पड़ गया है. कर्मचारी वेतन विसंगति, पदोन्नति में देरी, पद सृजन और स्थानांतरण जैसी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर अपनी हड़ताल पर डटे हुए हैं. नेताओं ने कहा कि समाहरणालय लिपिकीय संवर्ग के कर्मियों की 10 सूत्री मांगों को लेकर ये हड़ताल चल रहा है. इसमें लिपिकीय संवर्ग के ग्रेड वेतन और पदसोपान का पुनर्निर्धारण, अवर निबंधक, सहायक कोषागार पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी जैसे राजपत्रित पदों पर पदोन्नति, कार्यभार में वृद्धि के आधार पर पदबल में वृद्धि और रिक्त पदों पर भर्ती, सभी कर्मियों के लिए निःशुल्क आवास की व्यवस्था, सुनिश्चित वृत्ति उन्नयन योजना के अंतर्गत अगली पदोन्नति के पदसोपान का रोड वेतन स्वीकृत करना, विशेष कारणों से संवर्ग कर्मियों का गृह जिले में स्थानांतरण शामिल है. हड़ताल के 25 दिन पूरे होने के बावजूद सरकार या प्रशासन की ओर से अभी तक कोई वार्ता या ठोस आश्वासन नहीं मिला है, जिससे कर्मचारी और जनता दोनों ही चिंतित हैं. धरनास्थल पर उपस्थित अध्यक्ष गोविंद श्रीवास्तव ने कहा, “हमारी मांगें जायज हैं और इनके बिना कामकाज संभव नहीं. हम तब तक संघर्ष जारी रखेंगे जब तक हमारी सभी मांगे पूरी नहीं होतीं. निखिल कुमार सिंह ने बताया कि कर्मियों की समस्याओं को लेकर राज्य और जिला स्तर पर कोई वार्ता नहीं हो रही है, जिससे हड़ताल और अधिक लंबी हो सकती है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

