छपरा. जयप्रकाश विश्वविद्यालय स्नातकोत्तर भौतिकी विभाग तथा इंटर-यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स पुणे के संयुक्त तत्वावधान में इंट्रोडक्ट्री वर्कशॉप ऑन एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स का सफल आयोजन किया गया. कार्यशाला का शुभारंभ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो परमेंद्र कुमार बाजपेई व मुख्य अतिथि प्रो गुलाब चंद देवांगन व विभागाध्यक्ष प्रो गुण सागर यादव द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ किया गया. इस अवसर पर डीन साइंस, अनुसंधान एवं विकास परिषद के निदेशक, डीएसडब्ल्यू, रजिस्ट्रार, विभिन्न विभागों के अध्यक्ष और प्राध्यापक उपस्थित रहे. उद्घाटन सत्र का संचालन कार्यशाला की संयोजक सहायक प्राध्यापक डॉ कविता कुमारी ने किया. कार्यक्रम का शुभारंभ भौतिकी विभाग के अध्यक्ष प्रो गुणसागर यादव के स्वागत भाषण से हुआ, जिसमें उन्होंने सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत किया. उद्घाटन भाषण में कुलपति ने कहा कि जय प्रकाश विश्वविद्यालय वैज्ञानिक शोध और नवाचार की दिशा में कई नये कदम उठा रहा है. खगोल एवं खगोल भौतिकी जैसे उन्नत क्षेत्रों में विद्यार्थियों की रुचि बढ़ाना आज की आवश्यकता है. इस प्रकार की कार्यशाला बिहार के प्रतिभाशाली छात्रों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शोध के लिए तैयार करने में अत्यंत सहायक सिद्ध होंगी. मुख्य अतिथि प्रो गुलाब चंद देवांगन ने आश्वस्त करते हुए कहा कि इंटर-यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स पुणे जय प्रकाश विश्वविद्यालय के छात्रों और शिक्षकों को समय समय पर मार्गदर्शन करने के लिए तैयार है. संस्थान का उद्देश्य ही युवा प्रतिभाओं को सर्वोत्तम वातावरण प्रदान कर अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में आगे बढ़ाना है. कार्यशाला में इंटर-यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिज़िक्स पुणे के वरिष्ठ प्रोफेसर प्रो गुलाब चंद देवांगन, पटना विश्वविद्यालय के डॉ संजय कुमार, मगध महिला कॉलेज की डॉ प्रीति मिश्रा, जेपीयू के डॉ आलोक रंजन तिवारी एवं कमला राय कॉलेज, गोपालगंज की डॉ कविता कुमारी ने व्याख्यान प्रस्तुत किया. कार्यक्रम में खगोल एवं खगोलभौतिकी के विभिन्न आयामों पर विस्तृत चर्चा हुई. कार्यशाला में विभिन्न महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालय के 60 से अधिक छात्र-छात्राओं व शोधार्थियों ने सक्रिय भागीदारी की. प्रतिभागियों ने कहा कि इस कार्यक्रम ने खगोल विज्ञान की समझ को व्यवहारिक एवं शोध आधारित दृष्टिकोण से विस्तारित किया. इस कार्यक्रम के आयोजन में स्नातकोत्तर भौतिकी विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ विद्याधर सिंह, डॉ होशियार सिंह मूंड एवं डॉ आलोक रंजन तिवारी का महत्वपूर्ण योगदान रहा. कार्यक्रम के संयोजक एवं विभागाध्यक्ष ने सभी के योगदान के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया.
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