छपरा. सारण जिले में सड़क हादसों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. पुलिस सुरक्षा सप्ताह खत्म होने के मात्र एक सप्ताह बाद ही जिले के विभिन्न स्थानों पर हुए सड़क दुर्घटनाओं में छह लोगों की मौत हो गयी, जबकि कई अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. ये घटनाएं प्रशासन की लापरवाही और यातायात नियमों की अनदेखी को उजागर करती हैं. तेज रफ्तार और लचर यातायात व्यवस्था जानलेवा साबित हो रही है, जिसमें वाहन चालक नियमों की लगातार अनदेखी कर रहे हैं. जिले के प्रमुख एनएच और एसएच पर गति नियंत्रण के लिए कोई मानक निर्धारित नहीं किया गया है. इसके अलावा, डेंजर जोन पर बैरिकेडिंग और गति अवरोधक की कमी के कारण हादसे लगातार बढ़ रहे हैं. पिछले एक सप्ताह में जिले के विभिन्न इलाकों जैसे तरैया, डोरीगंज, बनियापुर, मुफस्सिल और सहजीतपुर में हुई सड़क दुर्घटनाओं ने कई परिवारों को गहरे सदमे में डाल दिया है.
बीते छह दिनों में हुई मौतों की सूची
तरैया (नारायणपुर): छह वर्षीय संजना कुमारी की मौतडोरीगंज (पश्चिमी बलुआ): एंबुलेंस की टक्कर से मनजीत कुमार की मौतबनियापुर (आनंदपुर): हाइवे पर ट्रक और स्कूली वैन की टक्कर, नौ बच्चे गंभीर रूप से घायलसहाजीपुर: कोचिंग से घर लौट रही मासूम छात्रा की मौत
बनियापुर (पुछरी बाजार): सड़क हादसे में राधेश्याम कुमार की मौतमुफस्सिल थाना क्षेत्र: एक मासूम और एक वृद्ध की मौतप्रशासन की उदासीनता पर उठते सवाल
सड़क पर तेज रफ्तार वाहनों पर नियंत्रण का अभाव और प्रमुख चौक-चौराहों पर पुलिस की तैनाती न होने के कारण हादसों की संख्या लगातार बढ़ रही है. स्पीड ब्रेकर, ट्रैफिक सिग्नल और चेतावनी बोर्ड की कमी भी दुर्घटनाओं को बढ़ावा दे रही है. इसके अलावा, यातायात नियमों के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई की कमी प्रशासन की लापरवाही को स्पष्ट करती है.ट्रैफिक व्यवस्था को और मजबूत किया जा रहा
सुरक्षा के लिए ट्रैफिक व्यवस्था को और मजबूत किया जा रहा है. आने वाले समय में सड़क दुर्घटनाओं पर पूरी तरह से अंकुश लगाया जायेगा और तेज रफ्तार वाहनों पर सख्ती बढ़ायी जायेगी.बालेश्वर यादव, ट्रैफिक इंचार्ज
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