मशरक. मशरक के बहरौली गांव में श्मशान विवाद में ग्रामीण और पुलिस के झड़प के बाद यादव टोला गांव में चौथे दिन भी सन्नाटा पसरा रहा. पुलिसिया कारवाई के भय से दूसरे जगहों पर भागे ग्रामीणों को बुलाने को लेकर वरीय अधिकारी व स्थानीय प्रबुद्ध गांव में पहुंच लोगों को समझा रहे है. इसी दौरान दुमदुमा शिवमंदिर परिसर में ग्रामीणों की बैठक आयोजित की गयी. बैठक में पहुंची मढौरा एसडीओ प्रेरणा सिंह ने महिलाओं से अपील किया की आपलोग अपने घर आकर रहे और अफवाहों के चक्कर में न पड़े किसी भी हालत में निर्दोष व्यक्ति दंडित नहीं होंगे. जिला मुख्यालय से गठित जांच टीम इसे देख रही दोषियों पर कार्रवाई होगी, निर्दोष बक्शे जायेंगे. चाहे अधिकारी हो या ग्रामीण सभी कार्रवाई के जद में होंगे. मौके पर मशरक डीएसपी अमरनाथ, पुलिस इंस्पेक्टर अशोक कुमार, थानाध्यक्ष अजय कुमार, पूर्व विधायक तारकेश्वर सिंह, सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक सुरेन्द्र सिंह, पैक्स अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह, समिति सदस्य प्रतिनिधि चुनमुन बाबा सहित अन्य उपस्थित रहे. मौके पर ग्रामीणों ने बताया कि बहरौली गांव पुलिस ने निंदनीय कृत्य किया है जो उस घटना में शामिल नहीं था उनके घरों पर पुलिस के द्वारा हमला किया गया और सामानों को तोड़ फोड़ किया गया. पूर्व विधायक तारकेश्वर सिंह ने बताया कि जो लोग गांव छोड़ फरार हो गए उनके गांव में बचे परिजनों से बुलाने का अनुरोध किया गया. गांव में अधिकांश युवा वर्ग पुलिसिया कार्रवाई की भय से गांव छोड़ फरार हो गए हैं गांव में सिर्फ लाचार और वृद्ध महिला ही हैं वहीं अधिकांश घरों में ताला लटका हुआ है वहीं जिस घर में रहने वाले हैं उन्होंने घरों को अंदर से बंद कर खेतों में शरण ले रखा है.
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