छपरा. छपरा नगर निगम क्षेत्र की अधिकांश बड़ी और छोटी सड़कें इन दिनों बिल्डिंग मैटेरियल जैसे बालू, गिट्टी, ईंट और मलबे के ढेर से अटी पड़ी हैं. इसका खामियाजा रोजाना राहगीर और आम जनता को भुगतना पड़ रहा है. आये दिन हो रही सड़क दुर्घटनाओं और बढ़ते अतिक्रमण के बावजूद नगर प्रशासन की निष्क्रियता सवालों के घेरे में है.
जानकारी के अनुसार, विगत डेढ़ वर्षों में न तो कोई जुर्माना वसूला गया है और न ही किसी के खिलाफ कार्रवाई हुई है, जिससे बिल्डिंग मटेरियल रखने वालों का मनोबल और बढ़ गया है.नगर निगम क्षेत्र का शायद ही कोई वार्ड ऐसा हो, जहां सड़क पर बिल्डिंग सामग्री का ढेर न हो. वार्ड पार्षदों और निगम के जनप्रतिनिधियों के अनुसार, पूरे छपरा नगर निगम क्षेत्र में 150 से अधिक स्थानों पर सड़क के बीचोंबीच बिल्डिंग मटेरियल रखे गये हैं. गिट्टी और मलबे से सबसे अधिक परेशानी हो रही है, क्योंकि इन पर से गुजरने वाले वाहन अक्सर फिसल जाते हैं या गिट्टी छिटक कर राहगीरों को चोट पहुंचा रही है. कई बार दोपहिया और चारपहिया वाहन दुर्घटना के शिकार हो चुके हैं.
दुर्घटनाएं लगातार, जिम्मेदार बेपरवाह
शनिवार को काशी बाजार से ब्रह्मपुर के बीच गुदरी चौक के पास, सड़क पर बिल्डिंग मटेरियल के कारण बाइक सवार फिसल गया और उस पर सवार दो व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गये. स्थानीय लोगों ने उन्हें प्राथमिक उपचार दिलवाने के बाद सदर अस्पताल भेजा. घायल के परिजन प्रवीण कुमार गुप्ता और अमोद कुमार ने प्रशासन की लापरवाही को हादसे का कारण बताया. वहीं शिव बाजार रोड के स्थानीय निवासी रामनाथ सिंह और मुकेश पांडेय ने बताया कि नगर निगम द्वारा कार्रवाई नहीं करने के कारण सड़क पर सामान रखने वालों के हौसले बुलंद हैं. बीते एक सप्ताह में ही छह से अधिक दुर्घटनाएं केवल इन बिल्डिंग मटेरियल के कारण हो चुकी हैं.कड़ी कार्रवाई का है प्रावधान, लेकिन अमल नहीं
नगर निगम के पास स्पष्ट प्रावधान है कि बिना अनुमति सड़क पर बिल्डिंग सामग्री रखने पर सड़क बाधा शुल्क वसूल किया जा सकता है. इसके अतिरिक्त, बिल्डिंग मटेरियल जब्त कर प्राथमिकी दर्ज करने और जुर्माना लगाने का भी अधिकार निगम के पास है. लेकिन वास्तविकता यह है कि अब तक निगम द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गयी, जिससे अतिक्रमणकारी बेखौफ हो गये हैं और जनता की सुरक्षा खतरे में पड़ती जा रही है.क्या कहते है महापौर
इस संबंध में नगर आयुक्त को पहले ही अवगत करा दिया जा चुका है. शहर के कई वार्डों से लगातार शिकायत मिल रही है. लोगों से आग्रह किया गया है कि सड़कों पर से बिल्डिंग मैटेरियल हटा ले अन्यथा कानूनी कार्रवाई हो सकती है. बावजूद लोगों ने बात नहीं मानी है. अब निगम प्रशासन को 24 घंटे के अंदर कार्रवाई करने का आदेश दिया जा रहा है. लक्ष्मीनारायण गुप्तामहापौर, छपरा नगर निगमडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है