छपरा. जंक्शन पर टीटी रनिंग रूम में व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के क्रम में कर्मचारियों के लिए नये गद्दे उपलब्ध कराये गये हैं. नये गद्दों को शिफ्ट किए जाने के बाद पुराने गद्दों को हटाकर उन्हें नष्ट करने की प्रक्रिया शुरू की गयी. लेकिन पुराने गद्दों को खुले में जलाये जाने से स्टेशन परिसर में भारी धुआं फैल गया. इससे न केवल परिसर में प्रदूषण बढ़ गया बल्कि यात्रियों और आसपास के लोगों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. वही गद्दों में लगी आग से उठता धुआं इतना घना था कि वह सीधे प्लेटफार्म तक पहुंच गया. धुएं के कारण कई यात्रियों की आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कतें हुईं. विशेषकर स्नोफिलिया या अन्य सांस संबंधी समस्याओं से पीड़ित यात्रियों के लिए स्थिति और भी अधिक परेशानी भरी हो है गयी. कई यात्रियों ने बताया कि कुछ देर तक प्लेटफार्म की ओर आने वाला रास्ता धुएं से भर गया था जिससे लोगों को रुक-रुक कर चलना पड़ा. वही जब उसमे काम करने वाले कर्मचारियों से इस बारे में बात की गयी तो उन्होंने बताया कि रनिंग रूम में नये गद्दे शिफ्ट कर दिए गये हैं और जगह साफ करने के उद्देश्य से पुराने गद्दों को जला दिया गया. हालांकि पुराने गद्दों को निपटाने का कोई वैकल्पिक साधन नहीं दिया गया था, इसलिए उन्हें जलाना पड़ा. दूसरी ओर, यात्रियों ने रेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया उनका कहना था कि इतने बड़े स्टेशन पर खुले में कचरा जलाया जाना न केवल नियमों के खिलाफ है बल्कि इससे गंभीर स्वास्थ्य जोखिम भी पैदा हो सकता है. रनिंग रूम में कर्मचारियों की सुविधाओं को बेहतर किया जा रहा है, लेकिन पुराने गद्दों को जलाया जाना सही नहीं है. वही संदर्भ में पूछे जाने पर कोई भी अधिकारी कुछ भी बताने से इनकार किया.
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