बनियापुर. जेष्ठ का महीना समाप्त होने को है. लोग बेसब्री से बारिश का इंतजार कर रहे है. इस बीच तपती दोपहरी, भीषण गर्मी, गर्म हवा के थपेड़ों और चिलचिलाती धूप की वजह से लोगों का जीना मुहाल हो गया है.
सूर्योदय के साथ ही दिन में जो गरमाहट शुरू हो रही है. उसका असर देर रात तक भी जारी रहता है, जो परेशानी का सबब बना हुआ है. आलम यह है कि पूर्वाह्न 10 बजे के बाद लोग घर से बाहर निकलने से गुरेज कर रहे हैं. हालांकि कामकाजी महिलाओं और पुरुषों को मजबूरी में अपने गंतव्य तक जाना पड़ रहा है. सबसे ज्यादा परेशानी मजदूर वर्ग के लोगों को उठानी पड़ रही है, जिन्हें अपनी रोजी-रोटी के लिए मजबूरन धूप की परवाह किये बगैर कार्य में लगे रहना पड़ रहा है. इधर भीषण गर्मी को देखते हुए एसी, कूलर और पंखे की डिमांड काफी बढ़ गयी है. इसको देखते हुए इन वस्तुओं का मूल्य भी तेज हो गया है. बावजूद इसके इलेक्ट्रॉनिक दुकानों पर खरीदारी को लेकर ग्राहकों की काफी भीड़ जुट रही है.गर्मी को देखते हुए पेय पदार्थों और रसदार फलों की बढ़ी डिमांड
तापमान बढ़ने के साथ ही गर्मी से निजात पाने के लिए मौसमी फलों मसलन तरबूज, खीरा, ककड़ी, आम आदि मौसमी फलों की मांग बढ़ गयी है. अन्य फलों की तुलना में इन फलों की बिक्री जोरों पर है. इससे स्थानीय स्तर पर फलों की खेती करने वाले लोगों को अच्छी आमदनी हो रही है. वहीं इन फलों के सेवन से आमलोगों को गर्मी से थोड़ी राहत मिल रही है. इधर चने के सत्तू, गन्ने का रस, कोल्ड ड्रिंक्स आदि को भी लोग पेय पदार्थ के रूप में काफी पसंद कर रहे हैं.बारिश नहीं होने से पिछड़ रही है खेती
किसानों की माने तो अबतक बारिश नही होने से खेती का कार्य पिछड़ रहा है. मौसम प्रतिकूल होने की वजह से खरीफ की प्रमुख फसल धान के लिए अबतक बिचड़ा डालने का कार्य शुरू नहीं हो सका है. जबकि, बिचड़ा डालने का उपयुक्त समय निकला जा रहा है. वहीं नमी के अभाव में खेत की जुताई नहीं होने से खेतों में खरपतवार का अंबार लगा है. मौसम की तल्खी को देख किसान भाई बिचड़ा डालने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं. ऐसे में सभी किसान मॉनसून आने का इंतजार कर रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है