छपरा. पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल का ए ग्रेड का स्टेशन छपरा जंक्शन इन दिनों कई समस्याओं से गुजर रहा है. एक तरफ जहां कुंभ जाने वाले यात्रियों की भीड़ उमड़ रही है, तो उस बीच में जंक्शन का सर्कुलेटिंग एरिया पूरी तरह से ध्वस्त हो चुका है. जर्जर फर्श के कारण यात्रियों को परेशानी हो रही है. प्रभात खबर ने इस मामले को प्रकाशित किया, तो जंक्शन के अधिकारी हरकत में आये और इसकी जानकारी वाराणसी मंडल के अधिकारियों को दी. इसके बाद निर्माण कार्ड शुरू हुआ. लेकिन हमेशा की तरह अधिकारियों ने लापरवाही बरतते हुए आधा अधूरा निर्माण कराकर बिल्डिंग मटेरियल को सर्कुलेटिंग एरिया में ही छोड़ दिया है. इसमें गिट्टी, बालू आदि शामिल है, जिसमें यात्री फंसकर गिर जा रहे हैं.
सालाना सौ करोड़ का आय देता है छपरा जंक्शन
इस स्टेशन से प्रतिदिन सौ जोड़ी ट्रेन गुजरती है. सालाना सौ करोड रुपये का राजस्व रेलवे बोर्ड को देता है. इसके बावजूद जंक्शन पर कई बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध नहीं है. सबसे बड़ी बात है कि जंक्शन का बाहरी लुक बिल्कुल बदतर हो चुका है. सर्कुलेटिंग एरिया से लेकर कॉलोनी तक में कई सुविधाएं नहीं है.क्या बोले दैनिक यात्री
छपरा जंक्शन पर यात्री सुविधाओं की लगातार कमी होती जा रही है. टिकट काउंटर भी कम कर दिये गये हैं. नवीन कुमार सिंह, दैनिक यात्रीजंक्शन पर एसी हाल भी नहीं है, ना ही ऐसी वेटिंग कमरा है. यात्री किराया के नाम पर लूट हो रही है.
संजीव कुमार, दैनिक यात्रीजंक्शन पहुंचने वाले रास्ते में अतिक्रमण है. इसको लेकर भी रेलवे की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जाती है.अरविंद कुमार सिंह, दैनिक यात्री
जंक्शन के सर्कुलेटिंग एरिया का फर्श कई सालों से जर्जर है, लेकिन आज तक इसे बनाया नहीं गया. कई वर्षों बाद निर्माण शुरू हुआ है, लेकिन आधा अधूरा ही कर के छोड़ दिया गया है.सावित्री कुमारी, दैनिक यात्री
सब कुछ दुरुस्त हो जायेगा
ऐसा नहीं है कि रेलवे यात्री सुविधाओं में कोई कमी कर रहा है. यदि सर्कुलेटिंग एरिया में किसी तरह की अव्यवस्था है, तो उसे तुरंत दुरुस्त कर लिया जायेगा. निर्माण कार्य चल रहा है. सब कुछ दुरुस्त हो जायेगा.
अशोक कुमार, जनसंपर्क पदाधिकारी, वाराणसी मंडलडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है