छपरा. शहर के उदय इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल के मुख्य गेट के ठीक सामने कचरा डंपिंग जोन में भारी मात्रा में कचरा डाला जा रहा है, जिससे स्कूल आने-जाने वाले बच्चों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. यह स्थान शहर का प्रमुख मार्ग है, जहां प्रतिदिन हजारों वाहन गुजरते हैं. कचरे के कारण न केवल स्कूल के वातावरण पर असर पड़ रहा है, बल्कि आसपास की नालियां भी ओवरफ्लो हो रही हैं और उनका पानी सड़क पर बहने लगता है. इसका नतीजा यह है कि स्कूल में प्रवेश करने वाले छात्रों को गंदगी और दुर्गंध का सामना करना पड़ता है.
गुरुवार को कई छात्रों ने स्कूल के पास खड़े होकर कचरा फेंके जाने का विरोध किया. छात्राओं ने मेयर लक्ष्मी नारायण गुप्ता से अपील की, “मेयर अंकल, स्कूल गेट के सामने कचरा है, कृपया इसे हटवाएं” छात्रों का कहना था कि वे स्कूल में स्वच्छ वातावरण में प्रवेश करना चाहते हैं, लेकिन यहां पहुंचते ही उन्हें गंदगी का सामना करना पड़ता है.नगर निगम के सफाई कर्मचारियों से कई बार की गयी अपील
शाला के सचिव प्रीति सिंह और प्राचार्या वर्तिका ने बताया कि उन्होंने नगर निगम के सफाई कर्मचारियों से कई बार अपील की है कि यहां नियमित सफाई की जाये, लेकिन इसके बावजूद कचरा हर दिन इकट्ठा हो जाता है. छात्रों और स्कूल प्रशासन ने स्वास्थ्य मंत्री, डीएम, मेयर और नगर आयुक्त को लिखित आवेदन देने की योजना बनायी है. छात्र-छात्राओं ने चेतावनी दी है कि यदि कचरा डंपिंग जोन को हटाया नहीं गया, तो वे यहां बैठकर सत्याग्रह भी करेंगे. कई अभिभावकों का कहना है कि बच्चों की स्वास्थ्य स्थिति प्रभावित हो रही है. स्कूल के पास भारी मात्रा में कचरा और गंदगी होने से स्कूल के कमरों तक दुर्गंध पहुंचती है, जिससे बच्चों को सांस लेने में भी दिक्कत हो रही है. कुछ बच्चे तो स्कूल से घर वापस जाकर इसकी शिकायत भी करते हैं. डिप्टी मेयर रागिनी देवी ने इस मुद्दे पर बयान देते हुए कहा कि सफाई के निर्देश दिये गये हैं और डबल डेकर निर्माण कार्य के कारण यह मार्ग कुछ समय के लिए डिस्टर्ब है, जिसके चलते नालों की सफाई नहीं हो पा रही है. हालांकि, नियमित सफाई के लिए गाइडलाइंस जारी कर दी गयी हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

