मांझी. मांझी के रामघाट पर शुक्रवार को सरयू नदी में पीडिया विसर्जन के लिए व्रती महिलाओं और युवतियों की भारी भीड़ उमड़ी. सारण जिले के अलावा, सीमावर्ती बलिया जिले से भी दर्जनों ऑटो और ट्रैक्टरों पर सवार होकर व्रती रामघाट पहुंचीं, जिससे घाट पर मेला जैसा दृश्य उत्पन्न हो गया. पीडिया पर्व में प्रयुक्त गाय के गोबर से निर्मित पीडिया को व्रतियों ने विधि-विधान से सरयू नदी में बहाकर एक माह तक चले इस बहुचर्चित व्रत का समापन किया. वाहनों पर लगे डीजे की धुन पर नाचती-गाती पहुंची व्रतियों को देखने के लिए घाट पर सैकड़ों की संख्या में लोग जमा हो गये. गोवर्धन पूजा में गाय के गोबर से पीडिया बनाकर व्रती महिलाएं/युवतियां विशेष रूप से छठ, देवोत्थान एकादशी और पूर्णिमा को इसे दीवार पर चिपकाकर भाइयों की लंबी उम्र के लिए भगवान की आराधना करती हैं. भैया दूज के दिन इसका विधि-विधान से नदी में विसर्जन किया जाता है. भीड़ के दौरान कई व्रती युवतियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर सेल्फी लेने के उद्देश्य से मांझी रेलपुल पर चढ़ गईं, जिससे घंटों अफरातफरी का माहौल बना रहा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

