छपरा. स्वच्छता के क्षेत्र में छपरा नगर निगम ने राज्य और देश में अभी तक बेहतर स्थान प्राप्त नहीं किया है. इसका सबसे बड़ा कारण है कि यहां किसी भी बड़े पर्व त्यौहार के पहले एडवांस योजना तैयार नहीं होती है. यदि पहले से ही मुकम्मल तैयारी हो तो अपना छपरा नगर निगम काफी हद तक स्वच्छता के मामले में बेहतर स्थान हासिल कर सकता है. लेकिन ऐसा नहीं दिख रहा क्योंकि संसाधनों और सुविधाओं की कमी का रोना रोया जाता है. पहले से ही समस्याओं से जूझ रहा छपरा नगर निगम क्षेत्र में दीपावली की सफाई का कचरा उठाने के लिए 50 अतिरिक्त गाड़ियों की जरूरत पड़ेगी. इधर पहले से ही 50-60 से अधिक कचरा वाहनों की कमी है. सामान्य दिनों में निकलने वाला कचरा ही नहीं उठ पा रहा है. ऐसे में दीपावली की सफाई से निकलने वाला कचरा कैसे उठ पाएगा, इसके लिए नगर निगम ने कोई योजना तैयार नहीं की है. जानकारों का मानना है कि इस दिशा में जल्द ठोस कदम नहीं उठाए गए तो समस्या और भी ज्यादा बढ़ जाएगी.
सामान्य दिनों में निकलता है 270 से 300 टन कचरा
नगर निगम की सफाई एजेंसी सूत्रों के अनुसार सामान्य दिनों में 270 से 300 मैट्रिक टन कचरा निकलता है. डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन के लिए 70 से अधिक कचरा गाड़ी घर-घर पहुंचती है. अनुमान लगाया गया है कि दीपावली की सफाई का दोगुना कचरा निकलेगा. इसके लिए अतिरिक्त कचरा गाड़ियां लगाने की योजना अभी से तैयार कर लेनी होगी. सफाई एजेंसी के अनुसार दीपावली के एक सप्ताह पहले से प्रतिदिन 400 से 450 सौ मेट्रिक टन कचरा निकलने का अनुमान है. वर्तमान में केवल 75-90 गाड़ियां ही काम कर रही हैं. सामान्य दिनों में 30 कचरा गाड़ियों की कमी होने के कारण कई क्षेत्रों का कचरा ही नहीं उठ पाता. ऐसे में दीपावली के सफाई का कचरा उठाने के लिए अतिरिक्त 50 कचरा गाड़ियों की जरूरत होगी. लेकिन, इसकी खरीदारी के लिए अब तक प्रक्रिया शुरू नहीं की गयी है.एक से दो दिन में शुरू हो जायेगी सफाई का काम
दशहरे का त्योहार समाप्त हो चुका है. एक या दो दिन के भीतर लोग अपने घरों की सफाई का काम शुरू कर देंगे. ऐसे में शहर के सभी क्षेत्रों से अतिरिक्त कचरा निकलना शुरू हो जायेगा. ऐसे में कचरा गाड़ियाँ पूरा कचरा नहीं उठा पाएंगी. लोगों को सड़क पर कचरा फेंकने के लिए मजबूर होना पड़ेगा. नागरिकों का कहना है कि नगर निगम को दीपावली की सफाई के कचरे को एकत्र करने के लिए अतिरिक्त कचरा गाड़ियों की व्यवस्था करनी चाहिए.एक से दो दिनों में होगी बैठक
दीपावली की सफाई के दौरान दोगुना कचरा निकलेगा. अतिरिक्त कचरे को एकत्रित करने के लिए नगर निगम को 60 अतिरिक्त कचरा गाड़ियों की जरूरत होगी. इसके लिए नगर निगम के अधिकारियों को अभी से रणनीति तैयार करनी चाहिए. हालांकि नगर आयुक्त और महापौर के अनुसार एक से दो दिन में आपात बैठक बुलाकर इसे लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लिया जाएगा और शहर की सफाई जल्द से जल्द शुरू कर दी जाएगी.सफाई से जुड़े आंकड़े पर नजर
शहर के बाजारों से सामान्य दिनों में औसत 50 से 80 टन कचरा निकलता हैशहर में कचरे के परिवहन के लिए 150 कचरा गाड़ियों की जरूरत है.वर्तमान में शहर में केवल 80-90 कचरा गाड़ियां ही काम कर रही हैं.
क्या कहते हैं जिम्मेदार
दीपावली को लेकर हमारी तैयारी दोगुनी है. जरूरत पड़ेगी तो मानव संसाधन और सफाई संसाधन बढ़ाए जाएंगे. दशहरा से बेहतर साफ सफाई होगी.अतुल श्रेष्ठ,
मैनेजिंग डायरेक्टर, सफाई एजेंसीदीपावली के पहले साफ-सफाई के लिए एक आपात बैठक बुलाई गई है. इसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए जायेंगे.
लक्ष्मी नारायण गुप्ता,
महापौर, छपरा नगर निगमबैठक बुलाई गई है जिसमें दीपावली के पहले साफ सफाई को लेकर कई निर्णय लिए जाएंगे यह होता है कि जिस तरह से दशहरा में बेहतर सफाई हुई थी उससे बेहतर दीपावली के पहले होगी. जरूरत पड़ी तो अतिरिक्त मानव संसाधन और अन्य संसाधन को लगाया जायेगा.
सुनील कुमार पांडे
, नगर आयुक्त, छपरा नगर निगमडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

