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छपरा में आगजनी, तोड़फोड़, लाठीचार्ज
मूर्ति विसजर्न जुलूस में प्रशासन ने डीजे बंद करवाया तो पथराव, छह वाहन फूंके छपरा (सदर) : दुर्गा प्रतिमा विसजर्न को लेकर हुए विवाद ने सोमवार को छपरा शहर को अशांत कर दिया. इस दौरान उपद्रवियों ने जम कर आगजनी और रोड़ेबाजी की. विवाद प्रतिमा विसजर्न की समयसीमा को लेकर शुरू हुआ. प्रशासन द्वारा विसजर्न […]
मूर्ति विसजर्न जुलूस में प्रशासन ने डीजे बंद करवाया तो पथराव, छह वाहन फूंके
छपरा (सदर) : दुर्गा प्रतिमा विसजर्न को लेकर हुए विवाद ने सोमवार को छपरा शहर को अशांत कर दिया. इस दौरान उपद्रवियों ने जम कर आगजनी और रोड़ेबाजी की. विवाद प्रतिमा विसजर्न की समयसीमा को लेकर शुरू हुआ. प्रशासन द्वारा विसजर्न की तय समयसीमा गुजर जाने के बाद विसजर्न जुलूस को एक जगह रोक दिया गया.
इसे लेकर पुलिस और पूजा समिति के बीच पैदा हुआ विवाद आगजनी, तोड़फोड़ और हिंसा में बदल गया. इस दौरान उपद्रवियों ने छह वाहनों को फूंक दिया. हिंसा पर काबू पाने के लिए पुलिस ने अश्रू गैस के गोले दागे. करीब छह घंटे तक पूरा शहर रणक्षेत्र बना रहा. राज्य सरकार के निर्देश पर वरीय आइएएस अधिकारी व ऊर्जा विभाग के सचिव प्रत्यय अमृत और एडीजी (मुख्यालय) गुप्तेश्वर पांडेय ने छपरा में कैंप कर माहौल का जायजा लिया. दिन के करीब 11 बजे तक आइटीबीपी की दो कंपनियां नगर चौक पहुंचीं. शहर छावनी के विभिन्न चौक-चौराहों व नुक्कड़ों पर पुलिस की टुकड़ी तैनात कर दी गयी. पुलिस ने शांति कायम करने के लिए शहर में फ्लैग मार्च भी किया. सोमवार तड़के करीब साढ़े तीन बजे से दोपहर तक शहर अशांत रहा. प्रतिमाओं का विसजर्न रोके जाने के बाद सुबह साढ़े छह बजे उपद्रवियों ने हरवे-हथियार लिये नगरपालिका चौक पर तोड़फोड़ शुरू कर दी थी. बाद में प्रशासन की देख-रेख में प्रतिमाओं का विसजर्न राजेंद्र सरोवर में कराया गया.
कैसे शुरू हुआ विवाद
प्रशासन ने पूजा समितियों को मूíत विसजर्न के लिए सोमवार तड़के चार बजे तक का समय दिया था. लेकिन, इस समयसीमा के भीतर मूíत विसíजत नहीं होने पर रोक लगा दी गयी. इसके बाद पूजा समितियों और प्रशासन के बीच विवाद पैदा हो गया, जो देखते-ही-देखते हिंसक हो गया. मूर्ति विसजर्न में शामिल लोगों ने शहर में उत्पात मचाना शुरू कर दिया. पुलिस चौकसी के बावजूद उपद्रवियों ने बीएसएनएल के कार्यालय परिसर में घुस कर पांच वाहन और दो बड़े जेनेरेटरों को आग के हवाले कर दिया. वहीं, नगर पर्षद की जेसीबी और ट्रैक्टर में भी प्रधान डाकघर के सामने आग लगा दी.
नगर थाना चौक से दक्षिण पंकज सिनेमा रोड, पूरब साहेबगंज स्थित सड़क तथा नगर थाना चौक से होते हुए नगरपालिका चौक पर जानेवाली सड़कें छह घंटे तक उपद्रवियों के कब्जे में रहीं. इन इलाकों में उन्होंने जम कर रोड़ेबाजी की. इस दौरान आधा दर्जन पुलिसकर्मी और कई मीडियाकर्मी भी घायल हुए. असामाजिक तत्वों को रोकने के लिए पुलिस ने अश्रु गैस के गोले छोड़े. इसके बावजूद असामाजिक तत्व पुलिस पर भारी पड़ते दिखे, तब पुलिस भाग खड़ी हुई.
प्रशासन को थी आशंका
बकरीद की नमाज और प्रतिमा विसजर्न के समय को लेकर प्रशासन अतिरिक्त एहतियात बरत रहा था. प्रतिमा रोके जाने की यही वजह थी. इसके चलते एक पक्ष के लोग नाराज हो गये और इसमें उपद्रवी तत्वों को हंगामा करने का मौका मिल गया. डीएम और एसपी ने पूजा समितियों के प्रतिनिधियों से संवाद कायम कर मामले का हल निकालने की कोशिश की. सुबह साढ़े आठ बजे तक विसजर्न करने पर सहमति भी बन गयी थी. लेकिन, थोड़ी ही देर बाद उपद्रवियों ने रोड़ेबाजी शुरू कर दी. हंगामे पर काबू पाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के छह गोले दागे.
कायम रहा सौहार्द
शहर में अशांति के बावजूद समुदायों के बीच शांति बनी रही. दोनों समुदायों ने मिल कर सौहार्द का परिचय दिया और दोनों ही पक्षों ने उपद्रवी तत्वों की हरकतों पर नाराजगी जाहिर की. शहर में अमन कायम करने के लिए विभिन्न पूजा समितियों के प्रतिनिधियों ने पहल की और शहर में घूम-घूम कर लोगों से शांति बनाये रखने की अपील की.
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