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विषाक्त चाउमीन और छोले खाने से 21 बच्चों समेत 22 लोग बीमार

सारण : बिहार के छपरा में पानापुर थाना क्षेत्र के बगडीहा नट टोले में दूषित चाउमीन व छोला खाने से 21 बच्चों सहित 22 लोग फूड प्वायजनिंग के शिकार हो गये. घटना की सूचना मिलते ही पानापुर पीएचसी से चिकित्सकों की टीम मौके पर पहुंच गयी. एक युवक और तीन बच्चों की स्थिति चिंताजनक बतायी […]

सारण : बिहार के छपरा में पानापुर थाना क्षेत्र के बगडीहा नट टोले में दूषित चाउमीन व छोला खाने से 21 बच्चों सहित 22 लोग फूड प्वायजनिंग के शिकार हो गये. घटना की सूचना मिलते ही पानापुर पीएचसी से चिकित्सकों की टीम मौके पर पहुंच गयी. एक युवक और तीन बच्चों की स्थिति चिंताजनक बतायी जा रही है.

बताया जाता है कि शनिवार को एक ठेला वाला गांव में घूम-घूमकर चाउमीन और छाेला बेच रहा था, जिसे खाने से लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी. दूषित खाना खाने से सुरेश नट की 10 वर्षीया पुत्री गुंजा कुमारी और चंदेश्वर नट की सात वर्षीया पुत्री रजनी कुमारी को उल्टी-दस्त की शिकायत हुई. परिजनों ने इन दोनों का इलाज एक निजी चिकित्सक से कराना शुरू किया. इस बीच रविवार की सुबह देखते-ही-देखते इस टोले के 21 बच्चों सहित 22 लोग फूड प्वायजनिंग के शिकार हो गये और टोले में हाहाकार मच गया.

इसकी सूचना मुखिया प्रतिनिधि नवीन कुमार सिंह बबलू ने स्थानीय पीएचसी को दी, जिसके बाद मेडिकल टीम ने पीड़ित टोले में पहुंच कर पीड़ितों का इलाज शुरू किया. मेडिकल टीम ने वहां ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव भी कराया.

प्रभारी चिकित्सा प्रभारी जेए गोस्वामी ने बताया कि 35 वर्षीय चंदेश्वर नट, 10 वर्षीया गुंजा कुमारी, सात वर्षीया रजनी कुमारी और पांच वर्षीय रंजन कुमार की स्थिति चिंताजनक है. फूड प्वायजनिंग से 22 बच्चों के पीड़ित होने की घटना सुन तरैया विधायक मुंद्रिका प्रसाद राय, बीडीओ मो. सज्जाद स्थानीय थाने के एसआई बीके सिंह पुलिस बल के साथ बगडीहा पहुंचे और पीड़ित बच्चों के परिजनों से मुलाकात की.

विधायक श्री राय ने मेडिकल टीम में शामिल चिकित्सकों से पीड़ितों को हर संभव चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने को कहा. वहीं बीडीओ मो. सज्जाद ने भी चिकित्सकों से बच्चों का हाल जाना. प्रभारी चिकित्सा प्रभारी जेए गोस्वामी ने बताया कि ठेले पर बिकनेवाले छोला व चाउमीन खाने से बच्चे फूड प्वायजनिंग के शिकार हो गये हैं. सभी का इलाज चल रहा है. फिलहाल सभी खतरे से बाहर हैं.

फूड प्वायजनिंग से पीड़ित अन्य

तेरस नट की दो वर्षीया पुत्री अंजलि कुमारी, सुरेश नट की दो वर्षीया पुत्री संध्या कुमारी, मुरारी नट की दो वर्षीया पुत्री मौसम कुमारी, बिक्कू नट की दो वर्षीया पुत्री दुर्गा कुमारी, चनेश्वर नट की चार वर्षीया पुत्री रैना कुमारी, सुरेश नट का तीन वर्षीय पुत्र लोलु कुमार, अजय नट की दो वर्षीया पुत्री पिंकी कुमारी, तेरस नट का साढ़े छह वर्षीय पुत्र देवराज एवं तीन वर्षीय पुत्र दिवान, धर्मेंद्र नट का सात वर्षीय पुत्र अरविंद कुमार और एक वर्षीय पुत्र गोविंद कुमार, रवींद्र नट का तीन वर्षीय पुत्र कुणाल कुमार, शत्रुघ्न नट की एक वर्षीया पुत्री पूजा कुमारी, विनोद नट का सात वर्षीय पुत्र साजन कुमार, धनपत नट का 16 वर्षीय पुत्र गुड्डू कुमार, झिरी नट की पुत्री नंदिनी कुमारी और संजय नट की पुत्री अंशु कुमारी शामिल है.

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