दिघवारा/तरैया/मकेर/बनियापुर : त्याग व बलिदान का त्योहार ईद-उल-अजहा यानी बकरीद प्रखंड अधीन क्षेत्रों में अकीदत के साथ मनायी गयी और दिन भर मुबारक की गूंज सुनाई दी. जगह-जगह लोगों को कुर्बानी में मशगूल देखा गया तो देर रात तक दावतों का दौर चलता रहा. लोगों ने एक-दूसरे के गले मिल मुबारकवाद दी.
मुस्लिम भाइयों के साथ हिंदुओं ने भी सेवइयों के अलावा अन्य व्यंजनों को खाकर रिश्तों के मिठास और भी बढ़ाने की हरसंभव कोशिश की. समाज को कौमी एकता की मिल्लत का पैगाम भी दिया. इससे पूर्व नगर पंचायत दिघवारा के सैदपुर अवस्थित बाईसगामा ईदगाह परिसर में बकरीद की नमाज अदायगी के लिए बुधवार की सुबह से ही लोगों का पहुंचना शुरू हो गया था और सुबह के लगभग आठ बजे तक ईदगाह का चप्पा-चप्पा नमाजियों की भीड़ से भरा नजर आया.
साढ़े आठ बजे हाजी मो. कारी रेयाज ने ईदगाह में मौजूद सभी मुस्लिम भाइयों को शिद्दत से बकरीद की नमाज अदा करवायी जिसकी समाप्ति के बाद सबों ने एक-दूसरे के गले मिलकर बधाई व मुबारकवाद दी. नमाजियों की नमाज अदायगी में मो. शब्बीर हुसैन, मो आफताब आलम, सादिक हुसैन, मो मनव्वर आलम, मो मंजूर आलम, मो अब्दुल्ला, मो मकबूल खां, एजाज खां, हैदर खां, महबूब आलम, मो सलीमुद्दीन ने सराहनीय सहयोग दिया. नमाज की अदायगी के बाद थानाध्यक्ष संतोष कुमार, डॉ जेड अहमद, शिक्षाविद एके अंसारी, पूर्व वार्ड पार्षद मुबारक अली, मुनीर कुरैशी, मो जाफर, पूर्व मुखिया शमशेर आलम, आजाद हुसैन आदि ने गले मिलकर एक-दूसरे को मुबारकवाद दी तो ईदगाह के बाहर हर उम्र के लोगों ने मेले का भरपूर आनंद लिया. उधर, शीतलपुर ईदगाह के अलावा महुआनी, गोसाईपुर व निजामचक मस्जिदों में भी बकरीद की नमाज अदा कर लोगों ने एक-दूसरे को गले मिलकर मुबारकवाद दी.