Samastipur News:समस्तीपुर : अब जिले के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छठी से बारहवीं कक्षा तक के छात्र-छात्राओं को सप्ताह में एक दिन स्वास्थ्य शिक्षा की कक्षा कराई जायेगी. इसके लिए शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र भेजकर निर्देश दिया है कि हर स्कूल अपनी सुविधा के अनुसार मंगलवार या बुधवार को एक घंटी में स्वास्थ्य संबंधी जानकारी अनिवार्य रूप से दें. स्वास्थ्य कक्षा के लिए विभाग ने सप्ताह वार सिलेबस भी तैयार किया है. जिले के प्रत्येक स्कूल में दो शिक्षकों को प्रशिक्षण देकर स्वास्थ्य एवं आरोग्य दूत बनाया गया है. इसका उद्देश्य छात्रों के जीवन कौशल, शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक विकास के साथ उनके समग्र स्वास्थ्य को बनाए रखना है. विभाग के अनुसार यह पहल खासतौर से किशोरावस्था के छात्रों के लिए है. जिनके जीवन में इस समय कई मानसिक और शारीरिक बदलाव आते हैं. उन्हें पोषण, स्वास्थ्य, स्वच्छता, मानसिक स्वास्थ्य, यौन शिक्षा, ऑनलाइन सुरक्षा, हिंसा की पहचान और रोकथाम जैसे विषयों पर शिक्षित किया जायेगा. ‘मैं बदल रहा हूं’ नामक पाठ से शुरू होकर यह पाठ्यक्रम एड्स जागरूकता, खून की कमी का निदान, जेंडर समानता, भावनाओं की समझ, तथा कटु संबंधों से निपटने तक जैसे विषयों को कवर करता है. इस उम्र में छात्रों की आदतें और व्यवहार तेजी से बदलते हैं. इसलिए माता-पिता और अभिभावकों को भी उनके व्यवहार और सोच में आ रहे बदलावों पर विशेष ध्यान देना चाहिए. उन्हें समझाना, सकारात्मक संवाद करना और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना जरूरी है. हर तीन माह में एक बार किशोर स्वास्थ्य एवं आरोग्य दिवस भी मनाया जायेगा. इसका उद्देश्य छात्रों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना है. जब छात्र शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहेंगे, तभी वे बेहतर तरीके से अध्ययन कर सकेंगे. शिक्षा विभाग ने सभी प्रधानाध्यापकों और संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है कि इन गतिविधियों की मासिक रिपोर्ट मोबाइल एप के माध्यम से भेजी जाये.
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