Samastipur News:मोहिउद्दीननगर : प्रखंड की महमद्दीपुर पंचायत के चकला में रविवार को निरंकारी मिशन का संत समागम का आयोजन किया गया. अध्यक्षता करते हुए डॉ. मनोज कुमार सिंह ने कहा कि गृहस्थ जीवन में भी भक्ति आ सकती है. इसके लिए सच्चे मनयोग व निष्काम कर्म की जरूरत होती है. नि:स्वार्थ भाव से की गई सेवा वास्तविक सेवा है. दया, करुणा और परोपकार वे गुण हैं जो हमारी भक्ति को सार्थक करता है. मंच संचालन डॉ. उपेन्द्र कुमार राय ने किया. इस अवसर पर संतों ने कहा कि भक्ति के रंग में खुद को रंगते हुए जीवन को आसान बनाया जा सकता है. वर्तमान समय में लोगों के बीच जो भटकाव की स्थिति है, उसे निवृत होने के लिए इंसानियत और रूहानियत के मिलन की जरूरत है. जब आत्मा, परमात्मा को जानकर रूहानी हो जाती है तब इंसानियत भी स्वाभाविक रूप से जीवन में आ जाती है. तन, मन व धन निरंकार प्रभु की देन है. मानवीय मूल्यों व गुणों को अंगीकार कर हमें एक दूसरे का सहयोग करना चाहिए. संतों के सानिध्य से आध्यात्मिकता, सामाजिकता, एकता, सद्भाव जैसे गुणों का विकास होता है. कार्यक्रम की शुरुआत निरंकारी मिशन के गुरु वंदना से की गई. समागम में पलक, सोनम व कविता बहन ने निरंकारी भजन से श्रद्धालुओं को भक्ति सागर में डूबो दिया. इस मौके पर डॉ. रामइकबाल राय, राजेन्द्र महतो, जगदेव महतो, शिक्षक सूर्यनाथ पासवान, रामानंद महतो, इंदला बहन, हरिनारायण बांकेलाल बिहारी, विनय कुमार, रघुनाथ राय, उमेश राय, संजय राय, गोपाल कुमार, बिट्टू कुमार, डॉ. उपेंद्र राय मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है