Samastipur News:दलसिंहसराय : स्थानीय संत जोसेफ्स मिश्री सिंह विश्व मोहिनी मेमोरियल शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में पुस्तकालय विज्ञान के जनक डॉ. एसआर रंगनाथन के जन्म दिवस पर मानव निर्माण एवं पुस्तकालय की भूमिका विषय पर संगोष्ठी हुई. संस्था के चेयरमैन अनिल कुमार सिन्हा ने दूरभाष के माध्यम से प्रशिक्षुओं से कहा कि अपने जीवन में डॉ. रंगनाथन से प्रेरणा लेते हुए समाज के लिए कुछ बड़ा करने के लिए सदैव प्रयत्नशील रहना चाहिए. अध्यक्षता प्राचार्या डॉ. सुप्रिया कुमारी ने की. उन्होंने कहा कि डॉ. रंगनाथन भारत के प्रख्यात गणितज्ञ थे. उन्होंने कोलन वर्गीकरण पद्धति एवं क्लासिफाइड कैटलॉग कोड की रचना की. भारत में प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. व्याख्याता आजाद सिंह ने कहा कि पुस्तकालय हमें पढ़ो, सोचो और आगे बढ़ो का संदेश देता है. जो लोग पुस्तकालय से प्रेम करते हैं वे कभी ज्ञान से गरीब नहीं होते. पुस्तकालय अध्यक्ष अरबिंद कुमार ने डॉ. रंगनाथन के सृजनात्मक योगदान, उनके द्वारा लिखित पुस्तकों, शोध-पत्रों एवं जन-ग्रंथालय विधेयकों के मसौदे पर प्रकाश डाला. प्राध्यापिका डॉ. श्वेता कुमारी ने कहा कि लाइब्रेरी में रखी किताबें सिखाती है कि भीड़ में भी अपनी काबिलियत से पहचान बनाई जा सकती है. बीएड प्रशिक्षु अंकित राज ने अपनी कविता के माध्यम से किताबों के महत्व को रेखांकित किया. व्याख्याता डॉ. सरिता कुमारी, अंगद कुमार सिंह, ऋतुराज पांडेय, राजेश कुमार राजन, विकास कुमार, चंद्रहास सिंह यादव, पंकज कुमार, इश्तियाक हुसैन, रेखा कुमारी, वंदना कुमारी, कुमारी अमन, प्रियंका, नरेंद्र चौधरी, रजनीश कुमार, खुशबू कुमारी, प्रभात कुंदन, विकास कुमार झा ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभायी.
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