मोरवा . प्रखंड के दर्जनों विद्यालयों में चहारदिवारी नहीं है. इसके अभाव में बच्चे असुरक्षित हैं. विद्यालय से सीधे बच्चे सड़कों पर निकलते हैं. इससे कि हमेशा दुर्घटना की शंका बनी रहती है. स्थानीय लोगों की माने तो कुछ लोगों द्वारा जमीन के अतिक्रमण को लेकर भी इस तरह की समस्या उत्पन्न हो रही है. मोरवा दक्षिणी पंचायत के प्राथमिक विद्यालय खेदू टांड़ बरसों से इस सुविधा से वंचित है. बताया जाता है कि विद्यालय परिसर में जगह नहीं होने की वजह से बच्चों को खेलने के लिए भी जगह नसीब नहीं हो रहा है. जिससे कि हमेशा बच्चों के बीच खेलकूद की भावना का विकास नहीं हो पाती है. बच्चे विद्यालय में पहुंच कर सीधे क्लास में पहुंचते हैं. उसके बाद सीधे सड़क पर निकाल कर अपने घर की ओर जाते हैं. इसी तरह मरीचा पंचायत के मवि हुसैनीपुर, कन्या मवि बांदे, संस्कृत विद्यालय मोरवा, प्रावि डीहवार स्थान, हरपुर भिंडी आदि है. विद्यालय प्रभारी और प्रधान की माने तो जिस हिसाब से बच्चों की संख्या लगातार बढ़ रही है उसे हिसाब से विद्यालय के जमीन कम होने की वजह से संसाधन का विकास नहीं हो पा रहा है. कई विद्यालयों में पोषण वाटिका को लेकर भी जगह नहीं मिल रही है. इसके कारण यह महत्वाकांक्षी योजना बाधित हो रही है.
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