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Samastipur News:ई-सर्विस बुक बनाने के पहले की जायेगी शिक्षकों की गहन जांच

सरकारी विद्यालयों में कार्यरत प्रधानाध्यापकों, प्रधान शिक्षकों, सभी कोटि के शिक्षकों, विद्यालय अध्यापकों, पुस्तकालयाध्यक्षों और शिक्षकेत्तर कर्मियों के लिए ई-सर्विस बुक का संधारण अनिवार्य कर दिया है

Samastipur News:समस्तीपुर : शिक्षा विभाग ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए जिले के सभी सरकारी विद्यालयों में कार्यरत प्रधानाध्यापकों, प्रधान शिक्षकों, सभी कोटि के शिक्षकों, विद्यालय अध्यापकों, पुस्तकालयाध्यक्षों और शिक्षकेत्तर कर्मियों के लिए ई-सर्विस बुक का संधारण अनिवार्य कर दिया है. इस ई-सर्विस बुक को ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर संधारित किया जायेगा. इसमें शिक्षकों और कर्मचारियों की व्यक्तिगत और सेवाओं से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियां शामिल होंगी. नियुक्ति, संपुष्टि, वेतन निर्धारण, पदोन्नति, स्थानांतरण, विभागीय कार्रवाई, शैक्षणिक और प्रशैक्षणिक योग्यता, पुरस्कार, अवकाश आदि. इसके अलावा, सभी संबंधित शैक्षणिक और प्रशैक्षणिक प्रमाण-पत्र भी ई-सर्विस बुक का हिस्सा होंगे. इस कदम का मुख्य उद्देश्य यह है कि किसी भी पदाधिकारी द्वारा किसी भी स्तर पर इन प्रमाण-पत्रों का आसानी से अवलोकन और जांच की जा सके. इस व्यवस्था से पारदर्शिता और कार्यकुशलता बढ़ने की उम्मीद है. इस सर्विस बुक का दूसरा फायदा यह होगा कि इसके साथ कोई छेड़छाड़ नहीं कर सकते हैं. छेड़छाड़ करने पर सब कुछ ऑनलाइन दर्ज होगा. वहीं काउंसिलिंग के समय दिये गये शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्र को ई-शिक्षकोष पोर्टल पर अपलोड किया जायेगा. एसीएस ने डीईओ को निर्देश देते हुए कहा है कि कार्यालयों में रखे गये सभी अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रों को स्कैन करके ”ई-शिक्षाकोष पोर्टल” पर अपलोड किया जायेगा. यह कदम पारदर्शिता सुनिश्चित करने और प्रक्रिया को सुगम बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है. वहीं 15 प्रकार के शैक्षणिक, प्रशैक्षणिक, नियुक्ति पत्र व 6 अन्य प्रमाण पत्र की भी जांच होगी. डीईओ कामेश्वर प्रसाद गुप्ता ने बताया कि सक्षमता-1 और 2 उत्तीर्ण विशिष्ट शिक्षक अपने सभी शैक्षणिक और प्रशिक्षण प्रमाण पत्रों की पीडीएफ फाइल सीधे ”ई-शिक्षाकोष पोर्टल” पर अपने लॉगिन आईडी से अपलोड करेंगे. अपलोड होने के बाद, संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक या प्रधान शिक्षक द्वारा विद्यालय की लॉगिन आईडी से इन प्रमाण पत्रों को अनुमोदित किया जायेगा. शिक्षकों के प्रमाण पत्रों के क्रमांक और उत्तीर्णता का वर्ष भी ”ई-शिक्षाकोष पोर्टल” पर दर्ज किया जायेगा. यह प्रक्रिया शिक्षकों के दस्तावेजीकरण को डिजिटल बनाने और भर्ती प्रक्रिया को अधिक कुशल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.

सरल होगी सत्यापन प्रक्रिया

जिले में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने और दस्तावेजों के सत्यापन को आसान बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है. बिहार लोक सेवा आयोग और बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के पोर्टल पर टीआरई-1, 2, और 3 के तहत नियुक्त शिक्षकों द्वारा अपलोड किये गये दस्तावेजों को अब सीधे ई-शिक्षाकोष पोर्टल से जोड़ा जायेगा. इन दस्तावेजों को बीपीएससी और बीएसईबी के पोर्टल से एपीआई के माध्यम से ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर इंपोर्ट किया जायेगा. इसके बाद, जिला द्वारा शिक्षकों के अपलोड किये गये प्रमाण पत्रों का मिलान बीपीएससी और बीएसईबी में अपलोड किये गये दस्तावेजों से किया जायेगा. मिलान के बाद, इन सभी प्रमाण पत्रों का सत्यापन संबंधित बोर्ड, संस्थान या विश्वविद्यालय से ऑनलाइन या ऑफलाइन कराया जायेगा. नये स्कूलों में पोस्टिंग करने के बाद शिक्षकों का थंब इंप्रेशन लिया जायेगा. ठीक वैसे ही जैसे बीपीएससी की ओर सिलेक्ट होने के बाद थंब इंप्रेशन देना पड़ा था. बायोमैट्रिक ऑथेंटिकेशन के साथ शिक्षकों का वह पुरानी फोटो से पहचान की जायेगी, जो बीपीएससी फॉर्म भरने के दौरान ऑनलाइन जमा की थी. किसी भी शिक्षक-कर्मी के प्रमाणपत्र में कभी भी गड़बड़ी पायी जाती है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जायेगी.

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