समस्तीपुर : टीबी के मरीजों के लिए भारत सरकार ने नयी दवा उपलब्ध करायी है. यह दवा रोगी अपने घर के जानकार लोगों की मदद से प्रतिदिन खा सकेंगे. फिक्स डोज कंबिनेशन के तहत यह दवा उपलब्ध करायी गयी है. वहीं पहले सप्ताह में तीन दिन मरीजों को अलग-अलग कंबिनेशन की दवा अस्पताल में ही खिलायी जाती थी. बुधवार को सदर अस्पताल में इसकी शुरुआत सिविल सर्जन डाॅ अवध कुमार ने की. उन्होंने काशीपुर वार्ड नंबर 13 की मरीज रामपरी देवी को अपने हाथ से दवा दिया.
भारत सरकार ने यक्ष्मा पर पूरी तरह नियंत्रण के लिए जो दवा उपलब्ध करायी है, वह रोगियों के वजन के अनुसार प्रतिदिन दिया जाना है. 25 से 39 किलो वजन वाले मरीज को दो गोली, 40 से 54 किलोग्राम वजन वाले मरीज को तीन गोली, 55 से 69 किलोग्राम वजन वाले मरीज को चार गोली व 70 किलोग्राम से ऊपर वाले मरीज को पांच गोली प्रतिदिन दवा खानी होगी. टीबी के मरीजों को छह महीने तक नियमित रूप से दवा खानी होगी. इसके बाद वह पूरी तरह से स्वास्थ्य हो जायेंगे. पहले अल्टरनेट डे पर अलग-अलग कंबिनेशन की दवा मरीजों को दी जाती थी. यह दवा सिर्फ अस्पताल में आकर ही मरीजों को खानी पड़ती थी. बीच में एक दिन भी गैप हो जाने पर वह दवा पूरी तरह बेकार हो जाती थी. भारत सरकार ने देश के पांच राज्यों में इसकी शुरुआत शुक्रवार से की है. इसमें बिहार का समस्तीपुर जिला भी शामिल है. पुराने मरीजों को भी नई दवा दी जायेगी. साथ ही इसके अतिरिक्त उन्हें सूई भी दिया जायेगा. इससे वे पूरी तरह से ठीक हो जायें. मौके पर अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी (संचारी रोग) डॉ शिवनाथ शरण, वरीय यक्ष्मा पर्यवेक्षक मो जमालउद्दीन, राम प्रकाश सिंह, मनोज पासवान, राजीव रंजन, कृष्णबली समेत अन्य मौजूद थे.