बनगांव निवासी सब इंस्पेक्टर के निधन से गांव में पसरा सन्नाटा घर व गांव में पसारा मातम, खबर मिलते ही गयाजी रवाना हो गये परिजन जन्माष्टमी में छुट्टी लेकर गांव आने का किया था वादा कहरा. बनगांव थाना क्षेत्र के बनगांव निवासी और गयाजी में पदस्थापित सब इंस्पेक्टर अनुज कश्यप उर्फ सगुण के गुरुवार रात गयाजी स्थित आवास पर मृत पाये जाने की जानकारी मिलने पर परिजन सहित ग्रामीणों ने शोक की लहर छा गयी. वहीं घटना की जानकारी मिलते ही मृतक के पिता टुना मिश्र, रोशन कात्यायन सहित अन्य परिजन शुक्रवार अहले सुबह ही गयाजी के लिए प्रस्थान कर गये. परिजनों ने बताया कि कुछ दिन पूर्व ही वह अपने पत्नी को कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर गयाजी से अपने गांव बनगांव छोड़ने आया था और कृष्ण जन्माष्टमी में छुट्टी रहने पर खुद भी बनगांव आने की बात कहते अपनी ड्यूटी पर लौट गया था. लेकिन गुरुवार रात ही अनुज कश्यप की मौत ने परिजनों को मर्माहत कर दिया. शुक्रवार सुबह से अनुज कश्यप की मौत की खबर सुनने के साथ ही ग्रामीणों में भी शोक की लहर छा गयी. परिजन सहित ग्रामीणों ने साजिश के तहत हत्या करने की जतायी आशंका शुक्रवार सुबह से ग्रामीणों को जब अनुज कश्यप की गयाजी में उसके आवास पर संदेहास्पद स्थिति में फंदे से लटका शव बरामद होने की जानकारी मिली तो किसी ने इस घटना पर विश्वास नहीं किया. मृतक अनुज कश्यप के पड़ोसी और ग्रामीण कन्हैया कुमार झा ने बताया कि अनुज कश्यप को मैं बचपन से ही जानता हूं. वह ऐसा नहीं कर सकता है. क्योंकि वह लोगों के लिए प्रेरणा था. वह दूसरे को भी विपरीत परिस्थितियों में धैर्य और साहस रखने की सीख देता था. ग्रामीण शशांक शेखर झा ने बताया कि वह बचपन से ही मेधावी के साथ-साथ मिलनसार किस्म के व्यक्तित्व वाला इंसान था. उसने विपरीत परिस्थितियों में अपनी लगन और मेहनत से यह मुकाम हासिल किया था. जिसके बाद वह इस तरह का कायराना हरकत नहीं कर सकता था. ग्रामीण नरेंद्र झा ने बताया कि बचपन मे ही उसके सर से उसकी मां का साया हट गया था. लेकिन फिर भी वह अपने परिवार और समाज के लिए अपने बल पर आगे बढ़ता चला गया. जिसके कारण उसका अपने परिवार और समाज में एक अलग पहचान बन चुकी थी. ग्रामीण अखिलेश झा ने कहा कि सरकार और विभाग इस घटना की उच्च स्तरीय जांच करें. जिससे इस घटना का सही निष्कर्ष निकाला जा सके और इस घटना को अंजाम देने वालो को सामने लाया जा सके. ग्रामीण सह कृष्ण जन्माष्टमी पूजा समिति के अध्यक्ष मनोरंजन खां ने बताया कि इस बार बनगांव कृष्ण जन्माष्टमी मेला का भव्य आयोजन किया जा रहा था. लेकिन इस आकस्मिक घटना पूरे गांव मर्माहत कर दिया है. क्योंकि उसके व्यवहार और शिष्टाचार से ग्रामीण काफी प्रभावित थे. उसने पिछले दिनों गांव आने के दौरान कृष्ण जन्माष्टमी में छुट्टी लेकर गांव आने की बात कही थी. फोटो – सहरसा 19 – मृतक की फाइल फोटो फोटो – सहरसा 20 – रोते बिलखते परिजन फोटो – सहरसा 21 – शोकाकुल ग्रामीण
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