संभावित बाढ़ एवं सुखाड़ से निपटने के लिए की गयी तैयारियों की डीएम ने की समीक्षा सहरसा . जिलाधिकारी वैभव चौधरी ने मंगलवार को संभावित बाढ़ व सुखाड़ से निपटने के लिए की गयी तैयारियों की समीक्षा की. समीक्षा के क्रम में जिला सांख्यिकी पदाधिकारी की वर्षा मापक यंत्रों के भौतिक सत्यापन एवं प्रतिनियुक्त कर्मियों द्वारा की जा रही शुद्धता की जांच का निर्देश एवं तत्संबंधी प्रतिवेदन अविलंब उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. संबंधित कार्यपालक अभियंता बाढ़ नियंत्रण द्वारा समीक्षा क्रम में 25 मई तक सभी कटाव निरोधी कार्य पूर्ण करने के संबंध में जानकारी दी गयी. निर्देश दिया कि विभागीय निर्देश के अनुसार कटाव रोधी कार्य समय पर पूर्ण करने के लिए आवश्यक कार्रवाई करें. निर्देश अनुपालन में शिथिलता की स्थिति में संबंधित संवेदकों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई की जायेगी. सिविल सर्जन को जिले के तहत सभी हेल्थ एंड वेलनेस केंद्र, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में जीवन रक्षक, विष रोधी दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. सभी अंचलाधिकारी को जीआर संबंधित सूची अद्यतन करने एवं संभावित बाढ़ की स्थिति में चिह्नित आश्रय स्थलों के भौतिक सत्यापन एवं अतिक्रमण की स्थिति में अतिक्रमण मुक्ति के लिए आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया. कार्यपालक अभियंता ग्रामीण कार्य विभाग, पथ निर्माण विभाग को पूल पुलिया के वेंट की सफाई के लिए आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया. समीक्षा क्रम में यह तथ्य उभरकर सामने आया कि लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध अभी तक लगभग साठ प्रतिशत चापाकलों की मरम्मति का कार्य पूर्ण किया गया है. धीमी प्रगति पर नाराजगी प्रकट करते शेष कार्य युद्ध स्तर पर अविलंब पूर्ण करने का निर्देश दिया. बैठक में संभावित बाढ़ की स्थिति में आकस्मिक फसल योजना के संबंध में विस्तृत समीक्षा की गयी. जानकारी दी गयी कि फसल क्षति योजना के तहत वर्षा आधारित फसल क्षेत्र के लिए 85 सौ रूपये प्रति हेक्टर देय होगा. सुनिश्चित सिंचाई आधारित फसल क्षेत्र के लिए 17200 रुपये प्रति हेक्टर देय होगा. बैठक में अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन संजीव कुमार चौधरी सहित अन्य संबंधित मौजूद थे.
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