सिमरी बख्तियारपुर : बीते 21 दिसंबर की अहले सुबह सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडलीय अस्पताल में स्वास्थ्यकर्मियों की लापरवाही से सड़क पर बच्चे के जन्म के मामले में सिविल सर्जन ने सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडलीय अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा है. सिविल सर्जन द्वारा स्पष्टीकरण के तहत पूछे गये सवालों में एएनएम द्वारा मांगे गये पैसे, दवा की कमी और रेफर के तरीकों पर जल्द से जल्द जवाब समर्पित करने को कहा गया है.
ज्ञात हो कि बीते साल 22 दिसंबर को प्रभात खबर में सड़क पर हुए बच्चे का जन्म शीर्षक से प्रमुखता से स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही की खबर सामने लायी गयी थी. मालूम हो कि बीते साल 21 दिसंबर की अहले सुबह अस्पताल से जुड़े डॉक्टर की लापरवाही की वजह से प्रसव पीड़ा के बाद भर्ती महिला के द्वारा अवैध राशि नहीं देने पर रेफर किये जाने को लेकर परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर मनमानी का आरोप लगाया था. बताया जाता है कि 20 दिसंबर की रात लगभग करीब दस बजे सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडलीय अस्पताल मेंसैनी टोला निवासी ज्योति कुमारी को परिजनों ने भर्ती कराया.
वहीं जब मध्य रात्रि में प्रसव पीड़ा बढ़ने पर पीड़ित के परिजनों ने नर्स कक्ष में सोई नर्सों को उठाया तो परिजनों के मुताबिक नर्सो ने ईलाज के बदले रूपये की मांग की. जिस पर परिजनों ने पैसे देने से इंकार कर दिया और प्रसव पीड़ा से कराह रही मरीज को सहरसा रेफर कर दिया और मरीज जैसे ही सहरसा के लिए रवाना हुई. कुछ ही दूरी पर ही प्रसव पीड़ा बढ़ गई. फिर अहले सुबह अंधेरे में अस्पताल से कुछ कदम की दूरी पर बच्चे का जन्म हो गया और जब परिजन मरीज को अस्पताल ले कर लौटे तो मौजूद चिकित्सकों ने मरीज को भर्ती करने से इंकार कर दिया था.